पानीपत, 9 दिसंबर (निस)
सुप्रीमकोर्ट के आदेश पर पानीपत की कोयला आधारित फैक्टरियों को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 12 दिसंबर तक के लिये बंद किया हुआ है। पानीपत के उद्यमी अब कोयला बेस्ड इंडस्ट्री को बंद करने का विरोध कर रहे हैं।
इसी के विरोध में बृहस्पतिवार शाम को जीटी रोड स्थित एक निजी होटल में उद्यमियों की करीब 35 एसोसिएशनों की संयुक्त बैठक हुई। बैठक में सभी एसोसिएशनों के पदाधिकारियों ने कहा कि पानीपत की इंडस्ट्री को बचाने के लिये अब एकजुट होकर संघर्ष करना होगा। डायर्स एसोसिएशन के प्रधान भीम राणा व अन्य उद्यमियों ने कहा कि सरकार दिल्ली में बढ़ रहे प्रदूषण के लिये पानीपत की इंडस्ट्री को जिम्मेदार मान रही है लेकिन यह गलत है। उन्होंने कहा कि जब पानीपत का एक्यूआई ठीक है तो यहां की फैक्टरियों को क्यों बंद किया जा रहा है। बैठक मे सभी ने सर्वसम्मति से फैसला लिया कि 11 नवंबर को सभी उद्यमी अपनी-अपनी फैक्टरियों को बंद करके अपने कर्मचारियों को साथ में लेकर शहर में रोष प्रदर्शन करेंगे और उपायुक्त को सरकार के नाम ज्ञापन सौंपेंगे। उन्होंने कहा कि वे सरकार से मांग करते है कि पानीपत को एनसीआर से बाहर किया जाये ताकि पानीपत जिला की इंडस्ट्री को बचाया जा सके।