चंडीगढ़, 8 जून (ट्रिन्यू)
नगर परिषद और नगर पालिका चुनावों में निर्दलीय प्रत्याशी खेल बिगाड़ सकते हैं। सत्तारूढ़ भाजपा-जजपा गठबंधन के अलावा आम आदमी पार्टी, इनेलो, बसपा व लोकशक्ति पार्टी सिम्बल पर चुनाव लड़ रही हैं। कांग्रेस ने निकाय चुनावों से खुद को दूर किया हुआ है। हालांकि अधिकांश शहरों में कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं लेकिन एक ही सीट पर कई-कई दावेदार मैदान में हैं।
वहीं, भाजपा व जजपा में टिकट नहीं मिलने से नाराज़ कई नेता आजाद प्रत्याशी के रूप में मैदान में डटे हैं। 18 नगर परिषद और 28 नगर पालिकाओं में 19 जून को चुनाव होना है। कुल 18 लाख 20 हजार 208 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। नगर परिषद व नगर पालिका में अध्यक्ष पद के चुनाव सीधे होंगे। नगर परिषद के 456 वार्डों में से 15 और नगर पालिका के 432 वार्डों में से 33 में निर्विरोध चयन हो चुका है।
अध्यक्ष पद के लिए 125 पुरुष और 125 महिलाओं ने नामांकन-पत्र जमा करवाए। इनमें से तीन पुरुषों व 4 महिलाओं के परचे रद्द हो गए। 57 ने अपना नामांकन-पत्र वापस लिया है। कुल 102 पुरुष और 82 महिलाओं के नामांकन वैध थे। अध्यक्ष पद के लिए भाजपा के 13, आम आदमी पार्टी के 18, इनेलो के 15, बसपा के 10, एलएसपी के 4 तथा जननायक जनता पार्टी के 4 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं।
नगर परिषद के 15 वार्डाें में निर्विरोध चुने गये पार्षद
भिवानी, चरखी दादरी, टोहाना, हांसी, झज्जर, बहादुरगढ़, नारनौल, कालका व मंडी डबवाली नगर परिषदों में से कुल 15 वार्डों में पार्षद का निर्विरोध चयन हुआ है। इनमें 8 पुरुष और 7 महिलाएं शामिल हैं। राज्य चुनाव आयुक्त धनपत सिंह का कहना है कि निर्विरोध चुने गए पार्षदों को 21 जून को परिणाम घोषित होने के बाद प्रमाण-पत्र दिए जाएंगे। इसी तरह से रतिया, उचाना, चीका, राजौंद, असंध, घरौंडा, तरावड़ी, निसिंग, शाहबाद, फिरोजपुर-झिरका, पुन्हाना, समालखा, बावल, ऐलनाबाद, रानियां, गन्नौर व कुंडली नगर पालिकाओं में 14 पुरुष और 19 महिलाएं निर्विरोध पार्षद चुनी गई हैं।
संवेदनशील बूथों की मांगी रिपोर्ट
राज्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि निकायों के संवेदनशील और अति-संवेदनशील बूथों को लेकर स्थानीय जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांगी गई है।