गौशाला के मंदिर से शिवलिंग हटाने के विरोध में बेमियादी धरना
शिवपुरी रोड पर श्री गौशाला परिसर में बने प्राचीन शिव मंदिर में लगे शिवलिंग को हटाने से विवाद खड़ा हो गया है। शिव मंदिर को बनाने वाले परिवार के सदस्यों ने इसके विरोध में शिवपुरी प्रांगण में सोमवार को...
शिवपुरी रोड पर श्री गौशाला परिसर में बने प्राचीन शिव मंदिर में लगे शिवलिंग को हटाने से विवाद खड़ा हो गया है। शिव मंदिर को बनाने वाले परिवार के सदस्यों ने इसके विरोध में शिवपुरी प्रांगण में सोमवार को बेमियादी धरना शुरू कर दिया और शिवपुरी प्रबंधन पर आरोप लगाए। साहुवाला गांव निवासी हरपत राय ने 103 साल पहले श्री गौशाला में शिव मंदिर स्थापित किया था। इसमें शिवलिंग की भी स्थापना की गई थी। हरपत राय के पौत्र भवानी शंकर ने आरोप लगाया कि गौशाला के प्रधान राजेंद्र रातुसरिया ने उनको बुलाकर कहा कि वे इस मंदिर को यहां से हटवा रहे हैं। भवानी शंकर ने कहा कि उसे यह कहा गया कि शिवलिंग को उठाकर ले जाओ। उन्हें पुलिस से गिरफ्तार करवाने की धमकी भी दी गई। भवानी शंकर ने बताया कि इस मंदिर के लिए उनके पुरखों ने डेढ़ एकड़ जमीन दी थी। उनके परिवार के सदस्य सुबह शाम यहां धूप-बत्ती व पूजा आरती करते हैं और इस मंदिर के प्रति उनमें अगाध आस्था है।
कमेटी से विचार-विमर्श के बाद ही जीर्णोद्धार का लिया निर्णय : राजेंद्र रातुसरिया
शहर की प्राचीन श्री गौशाला में पूर्व में बने शिवालय का जीर्णोद्धार कर नवनिर्माण करने के मामले में श्री गौशाला के प्रधान राजेंद्र रातुसरिया ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि श्री गौशाला में पुराने समय में शिवालय बना हुआ था। समय के साथ जनसंख्या बढ़ी और मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या में भी इजाफा हुआ। इसी बात को मद्देनजर रखते हुए कमेटी की ओर से निर्णय लिया गया कि यहां बड़ा व भव्य मंदिर बनाया जाए। हालांकि इस बाबत कमेटी सदस्यों को अवगत करवा दिया गया था कि 23 नवंबर को मंदिर का निर्माण कार्य शुरू करना है, लेकिन उसके बाद भी कुछ लोगों द्वारा इसके निर्माण पर एतराज जताया गया है। अगर लोग नहीं चाहते तो वे निर्माण नहीं करेंगे।

