अम्बाला शहर, 19 अप्रैल (हप्र)
एक ओर गेहूं का सीजन अब पीक पर पहुंच रहा है और बड़ी तेजी से कटाई का काम चल रहा है वहीं आढ़ती सिलाई और लेबर के पैसे नहीं मिलने से गुस्साए बैठे हैं। इसी बीच दो दिन खरीद बंद करके भी गेहूं लिफ्टिंग की समस्या अभी भी बरकरार है और अधिकारी वास्तविक आंकड़े देने में भी आनाकानी कर रहे हैं।
आढ़तियों का कहना है कि किसानों के भुगतान के साथ ही गेहूं बोरियों की सिलाई और लेबर के पैसे आढ़तियों के पास भेज दिए जाने होते हैं लेकिन इस बार इस मद में एक भी पैसा किसी आढ़ती के पास नहीं आया। आढ़ती सिलाई करने वाले को और लेबर को अपनी जेब से भुगतान कर चुके हैं जो लाखों रुपये में बैठता है। आढ़ती एसोसिएशन के प्रदेश संरक्षक एवं जिला प्रधान दूनी चंद दानीपुर ने बताया कि सरकार ने यह स्वीकार कर लिया था कि किसान को पेमेंट देते समय सिलाई और लेबर के पैसे काट लिए जाएंगे लेकिन आढ़तियों को उस मद में कोई भुगतान नहीं मिला। उन्होंने कहा कि लाखों रुपये का यह भुगतान तुरंत आढ़तियों को किया जाना चाहिए और देरी होने पर सरकार उक्त राशि पर बयाज दे।
लिफ्टिंग तेज करने के ठेकेदार को निर्देश
जिला की मंडियों में गेहूं खरीद कार्य के तहत 18 अप्रैल तक 203848.2 मीट्रिक टन गेहूं एजेंसियों द्वारा खरीदी जा चुकी है। इसमें से खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा 18 अप्रैल तक 77949.5 मीट्रिक टन, हैफेड द्वारा 113482 मीट्रिक टन व हरियाणा वेयर हाउसिंग द्वारा 12416.7 मीट्रिक टन गेहूं खरीदी गई है। डीएमईओ राधेश्याम शर्मा ने बताया कि जिला अम्बाला में गेहूं खरीद का कार्य सभी खरीद केंद्रों पर सुचारू रूप से चल रहा है। सभी खरीद सेंटरों पर बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हैं। मंडी व शैलरों में मास्क व सेनिटाइज की व्यवस्था की गई है ताकि कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोका जा सके। लिफ्टिंग को तेज करने के लिए संबंधित ठेकेदार को निर्देश दिए गए हैं।
पर्चेज का जायजा लेने पहुंचे रखड़़ा
राजपुरा (निस) पंजाब में गेहूं की खरीद को लेकर किसानों व आढतियों को आ रही परेशानी का जायजा लेने के लिये पूर्व मंत्री सुरजीत सिंह रखड़़ा ने आज अन्य अकाली नेताओं के साथ राजपुरा की अनाज मंंडी का दौरा किया । उन्होंने किसानों और आढतियों से बात करने के साथ पंजाब सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन भी किया। रखड़ा ने बताया कि पंजाब सरकार की ओर से किसानों की फसल का एक एक दाना खरीदनें के दावे किये जा रहे हैं पर आज पूरे पंजाब में किसान मंडियों में चार -पांच दिनों से बैठे हैं। बारदाना ना आने से व्यापारी परेशान हो रहे हैं।