हिसार, 7 जून (निस)
गुरु जम्भेश्वर प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (गुजवि) प्रशासन व गुुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (गजूटा) के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है, जिसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मांगों को लेकर गजूटा ने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी है और प्रदेश के मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है कि विश्वविद्यालय में नियमित कुलपति लगाया जाए, ताकि विश्वविद्यालय का स्तर ऊंचा उठे। वहीं, गुजवि प्रशासन ने शिक्षकों की मांगें मानने का दावा करते हुए हड़ताल पर बैठे शिक्षकों को स्वार्थी बताया है। मंगलवार को गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय के शिक्षकों के धरने के 12वें दिन शिक्षकों को संबोधित करते हुए प्रधान ऋषि पाल सिंह ने कहा कि शिक्षकों की मांगों को लेकर प्रशासन की तरफ से कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं आई है, इसलिए शिक्षक विनोद गोयल ने मांगों को पूरा करवाने के लिए शिक्षक संघ की तरफ से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की है।
शिक्षक संघ के प्रधान ने कहा कि यह बेहद शर्म की बात है कि विश्वविद्यालय के शिक्षक जोकि समाज के लिए मार्गदर्शक का काम करते हैं, उन्हें अपनी मूलभूत मांगों के लिए धरने पर बैठना पड़ रहा है। वह भी जून की भीषण गर्मी में, जबकि तापमान 45 डिग्री से भी ऊपर जा रहा है। दूसरी तरफ शिक्षकों की मूलभूत मांगों को मानने की जगह कार्यवाहक कुलपति प्रो बीआर कंबोज के नेतृत्व में विश्वविद्यालय प्रशासन शिक्षकों की उपेक्षा और विभाजनकारी राजनीति करने में लगा है। धरने के दौरान शिक्षकों ने विश्वविद्यालय प्रशासन की निम्न स्तर की राजनीति की घोर निंदा की, जिसके तहत कुलसचिव द्वारा आरोप लगाया गया है कि प्रदर्शनकारी शिक्षक अपने निजी स्वार्थ के लिए धरने पर बैठे हैं।