इन्द्री, 1 मई (निस)
चिलचिलाती धूप, प्रचंड गर्मी व हवाओं के चलते आग लगने की घटनाओं में दिनोंदिन इजाफा हो रहा है। आग लगने के विभिन्न कारण हैं। गांव छपरियों में कर्ण सिंह के छह ट्राली भूस में अज्ञात कारणों से आग लग गई। फायर केन्द्र इन्द्री को सूचना दी गई। फायरकर्मी विनोद व सुनील ने आग बुझाने का कार्य किया। आग बुझाने से पहले एक ट्राली भूस पूरी तरह से स्वाहा हो गया। पांच ट्राली भूस बचा लिया गया। वहीं, जरनैल सिंह के दो बिटोड़े जलकर राख हो गए।
गत कईं दिन से आग की घटनाएं बढ़ रही हैं। इन्द्री-ब्याना मार्ग पर किसानों द्वारा फानों में लगाई गई आग से सडक़ किनारे लग दो पेड़ नीचे से जल नीचे गिर गए। गांव गढ़पुर खालसा के पास सडक़ पर गिरे पेड़ के कारण बड़ा हादसा होते-होते बचा। पर्यावरण के जानकारों का कहना है कि वैश्विक ऊष्णता से हमें पेड़-पौधे बचा सकते हैं। लेकिन अचानक लगी या लगाई गई आग की चपेट में पेड़ आ रहे हैं। कितने ही पेड़ जड़ के पास से पूरी तरह से जल चुके हैं। कुछ पेड़ जड़ से लेकर चोटी तक झुलस कर सूख चुके हैं। इन्द्री से जैनपुर डेरा मार्ग पर सडक़ किनारे वन विभाग द्वारा लगाए गए शीशम के कईं पेड़ आग की घटनाओं में झुलस कर पूरी तरह सूख चुके हैं। दूसरी तरफ पश्चिमी यमुना नहर किनारे जंगल, गढ़पुर खालसा के पास नाले के पास के जंगल में आग की घटनाएं बढ़ गई हैं। फायर कर्मी विनोद ने बताया कि गढ़पुर खालसा के पास जंगल में आग की सूचना कल मिली थी। खबर लिखे जाने तक आग बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड गई हुई थी।
वन विभाग ने पुलिस को दी शिकायत
फोरेस्ट रेंज अधिकरी सौरभ सिंह ने बताया कि जंगल व सडक़ किनारे पेड़ों में आग का मामला उनके संज्ञान में है। यह चिंता की बात है। लोगों के द्वारा खेतों में फाने जलाए जाते हैं और पेड़ों की बली ले ली जाती है। उन्होंने कहा कि वन विभाग ने इन्द्री थाने में शिकायत दी है। एफआईआर दर्ज कर ली गई है। वन विभाग से कार्रवाई के अधिकार ले लिए गए हैं। इसलिए शिकायत पुलिस को ही दी गई है।