अरविंद शर्मा / निस
जगाधरी, 10 मई
गिरते भू-जल स्तर की समस्या से बचने के लिए सरकार ठोस कदम उठा रही है। इसी कड़ी में सरकार धान की सीधी बिजाई (डीएसआर) करने वाले किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए इन्हें प्रोत्साहन राशि दे रही है। पहले इसे लेकर जमीन की सीमा थी, लेकिन इस बार सरकार ने यह खत्म कर दी है।
किसान जितनी मर्जी जमीन पर यह राशि ले सकते हैं। जिले में इस बार डीएसआर विधि से धान की बिजाई करवाने का कृषि विभाग को 6 हजार एकड़ का रकबे का टारगेट मिला है। इसे लेकर किसान को प्रति एकड़ चार हजार रुपये प्रोत्साहन राशि मिलेगी।
कृषि विभाग के उपनिदेशक डा. जसवींद्र सैनी ने बताया कि पहले एक किसान सिर्फ अढ़ाई एकड़ तक ही इस स्कीम का लाभ ले सकता था, लेकिन अब सरकार ने यह सीमा हटा दी है। उन्होंने बताया कि डीएसआर योजना के तहत 25 मई से 15 जून तक सीधी बिजाई की जा सकेगी।
डा. सैनी ने बताया कि डीएसआर के तहत धान की बिजाई करने वाला किसी पोर्टल पर रजिस्टर्ड कराएगा। इसके बाद कृषि विभाग की कमेटी इसे वैरीफाई करेगी। पूरी जांच-पड़ताल के बाद प्रोत्साहन राशि किसान के बैंक खाते में भेजी जाएगी।
विभाग लगा रहा जागरूकता कैंप : उप निदेशक
उप निदेशक डा. सैनी ने बताया कि डीएसआर योजना के प्रति किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए विभाग द्वारा जागरूकता कैंप आयोजित किए जा रहे हैं। सोमवार को भी जगाधरी, साढौरा, सरस्वतीनगर आदि इलाकों में यह कैंप लगाए गए। उन्होंने बताया कि डीएसआर अपनाने से जहां पानी की बचत होगी, वहीं खेती पर लागत भी कम आएगी। उन्होंने किसानों से सरकार की इस योजना को अपनाने की अपील की।