जितेंद्र अग्रवाल/हप्र
अम्बाला शहर, 29 दिसंबर
कभी रिइंबर्समेंट नहीं मिलने तो कभी आय प्रमाण पत्र की आड़ में निजी स्कूल संचालक 134ए के तहत सफल हुए बच्चों को दाखिला देने में आनाकानी करके नौनिहालों का भविष्य दांव पर लगाने से गुरेज नहीं कर रहे। कुछ मामलों में एक स्कूल से ट्रांसफर सर्टिफिकेट मंगवाने के बावजूद स्कूल दाखिला नहीं दे रहे। किसी को समझ नहीं आ रहा कि सरकार और निजी स्कूलों के बीच रार के कारण उनके बच्चों का भविष्य क्यों खराब किया जा रहा है। इसी बीच मौलिक शिक्षा निदेशालय ने बीती शाम एक आदेश जारी करके 134ए के दाखिलों के लिए नए निर्देश जारी कर दिए हैं लेकिन दाखिलों की निर्धारित तिथि निकल जाने के भय से अभिभावक अपने बच्चों का भविष्य दांव पर लगने को लेकर चिंतित हैं। दरअसल इस बार भी निजी स्कूल सफल छात्रों को स्कूल अलाटमेंट के अनुसार दाखिले नहीं दे रहे। अभिभावक सारे कामकाज छोड़कर कभी डीसी के तो कभी डीईओ और डीईईओ कार्यालय के चक्कर काटने को मजबूर हैं। आज भी दर्जनों अभिभावक इकठ्ठे होकर शिक्षा सदन पहुंचे। कई अभिभावकों ने बताया कि दाखिला नहीं होने के कारण घर बैठे बच्चों का समय व भविष्य खराब हो रहा है। ज्यादातर प्राइवेट स्कूल बच्चों को सरकार द्वारा बकाया नहीं दिए जाने तक दाखिला देने से मना कर चुके हैं। कुछ ने तो पुराने स्कूल से ट्रांसफर सर्टिफिकेट तक मंगवा लिए लेकिन उसके बाद भी बच्चों को दाखिला नहीं दिया। अब यही बच्चे पुराने स्कूल में ही दाखिला दिलवाने की गुहार अधिकारियों से लगा रहे हैं।