इन्द्री, 2 मार्च (निस)
जिला औषधि नियंत्रण विभाग के आदेशों की अवहेलना करने को लेकर शहर के एक मेडिकल स्टोर को जिला औषधि नियंत्रण विभाग की अधिकारी ने बुधवार को सील कर दिया। विभाग की इस कार्रवाई से गुस्साए शहर के 35 मेडिकल स्टाेर संचालकों ने मेडिकल कैमिस्ट एसोसिएशन के आह्वान पर अपने मेडिकल स्टोर बंद कर दिए। छह बजे तक स्टोर बंद रहे, जिससे मरीजों को दवाई लेने में मुश्किलों का सामना करना पड़ा। एसोसिएशन ने विभाग पर मेडिकल स्टोर संचालकों को बेवजह परेशान करने के आरोप लगाए।
इन्द्री में औषधि विक्रय केन्द्रों की जांच के लिए आई औषधि नियंत्रक अधिकारी रितु मैहला ने बताया कि फरवरी माह में सभी मेडिकल स्टोर संचालकों को कमियां पूरी करने के लिए लिखित में जवाब देने के आदेश दिए गए थे। शहर के कई मेडिकल स्टोर नियमों को पूरा नहीं कर सके थे जिस कारण कुछ मेडिकल स्टोरों के लाइसेंस को पांच दिनों के लिए निलंबित किया गया था। उन्होंने बताया कि इस कार्रवाई के चलते तीन मेडिकल स्टोर राजेश मेडिकल, चिराग मेडिकल व कांबोज मेडिकल स्टोर संचालकों का लाइसेंस 1 मार्च से 5 मार्च तक निलंबित कर दिया गया था। उन्होंने बताया कि बुधवार को वह इन्द्री में तीनों मेडिकल स्टोरों पर चैकिंग करने पहुंची तो राजेश मेडिकल खुला मिला व उस पर दवाइयां बेची जा रही थीं जिसकी रिपोर्ट बनाकर अधिकारियों को भेजकर राजेश मेडिकल को सील कर दिया गया है।
जिला औषधि नियंत्रण विभाग की कार्रवाई के विरोध में शहर के सभी मेडिकल स्टोर संचालकों ने यूनियन के आह्वान पर अपने मेडिकल स्टोरों को बंद कर दिया और सभी राजेश मेडिकल स्टोर पर पहुंच गए। एसोसिएशन के अध्यक्ष राजकुमार ने आरोप लगाया कि विभाग द्वारा मेडिकल स्टोर संचालकों को बेवजह परेशान किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा दिए गए नोटिसों का जवाब दे दिया गया था। लेकिन विभाग द्वारा अचानक फरमान जारी कर ड्रग लाइसेंस निलंबित करने की कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा कि इस विषय में सीनियर ड्रग इंस्पेक्टर से बात की जाएगी। अगर समाधान नहीं हुआ तो गृह मंत्री अनिल विज के पास भी जाएंगे। विभाग की कार्रवाई के बाद मेडिकल कैमिस्ट एसोसिएशन के पदाधिकारी अधिकारियों से मिलने करनाल गए और अपनी मांगें रखीं।
”सस्पेंशन के बाद भी राजेश मेडिकल स्टोर पर दवाई बेची जा रही थी। उस पर कार्रवाई की गई है और 5 तारीख तक उन पर यह पाबंदी रहेगी।”
-रितु मैहला, जिला औषधि नियंत्रक