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पीएम-शाह से अहम मुलाकातें, सांसदों के साथ रणनीतिक बैठक

नायब सिंह सैनी के दिल्ली दौरे ने तेज किए राजनीतिक कयास

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बृहस्पतिवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करते सीएम नायब सिंह सैनी।
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हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का दिल्ली दौरा केवल औपचारिक मुलाकातों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि इसने प्रदेश की राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से उनकी बैक-टू-बैक मुलाकातों को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज है। इसी कड़ी में उन्होंने हरियाणा के सभी बीजेपी सांसदों की बैठक भी बुलाई, जिसे आने वाले महीनों की रणनीतिक तैयारी के रूप में देखा जा रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात और इसके तुरंत बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से चर्चा, इन दोनों बैठकों ने प्रदेश में राजनीति के नए समीकरणों की सुगबुगाहट बढ़ा दी है। सूत्र बताते हैं कि इन मुलाकातों में हरियाणा के ताज़ा राजनीतिक हालात, हाल ही में लिए गए प्रशासनिक फैसले और आगामी महीनों की राजनीतिक तैयारी पर गहराई से चर्चा हुई।

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हरियाणा में हाल के दिनों में कई बड़े कदम - चाहे नौकरियों में बदलाव, कानून व्यवस्था पर निर्णय, या नई सामाजिक योजनाएं हों, केंद्र का पूरा समर्थन मिलने के संकेत दे रहे हैं। प्रधानमंत्री पहले ही 25 नवंबर को कुरुक्षेत्र में बड़े कार्यक्रम में आ चुके हैं, और अब 24 दिसंबर को अमित शाह का हरियाणा दौरा तय है। इसे भी राजनीतिक दृष्टि से अहम माना जा रहा है।

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सांसदों के साथ डेवलपमेंट रिव्यू

दिल्ली में आयोजित सांसदों की बैठक ने भी चर्चा को नया मोड़ दे दिया। इसमें हरियाणा के सभी लोकसभा और राज्यसभा सांसदों के अलावा केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर भी शामिल हुए। बैठक में भिवानी-महेंद्रगढ़ सांसद धर्मबीर सिंह, कुरुक्षेत्र सांसद नवीन जिंदल के अलावा राज्यसभा सांसद सुभाष बराला, रामचंद्र जांगड़ा, रेखा शर्मा व कार्तिकेय शर्मा मौजूद रहे। वहीं किरण चौधरी ने अलग से मुख्यमंत्री से मुलाकात की। बैठक में सांसदों ने अपने-अपने क्षेत्रों की मांगें, स्थानीय मुद्दे और विकास परियोजनाओं की स्थिति रखी। हालांकि आधिकारिक तौर पर इसे विकास कार्यों की समीक्षा बताया गया है, लेकिन राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि बैठक का मकसद सिर्फ प्रशासनिक समीक्षा भर नहीं था। हरियाणा में सैनी सरकार के गठन के बाद से बीजेपी संगठन और सरकार के बीच तालमेल को और मजबूत करने के प्रयास लगातार हो रहे हैं। सांसदों के साथ यह बैठक उसी दिशा का हिस्सा समझी जा रही है। आने वाले महीनों में पार्टी को संगठनात्मक मजबूती देने और क्षेत्रीय समीकरणों को साधने के लिए ऐसी बैठकों का महत्व और बढ़ जाता है।

अमित शाह का 24 दिसंबर का कार्यक्रम

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का 24 दिसंबर को हरियाणा आना और 5,000 नए पुलिस जवानों की पासिंग आउट पर परेड में शामिल होना, प्रशासनिक स्तर पर तो महत्वपूर्ण है ही, लेकिन इसके राजनीतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं। यह दौरा उस समय तय हुआ है, जब हरियाणा की राजनीति में कई उतार-चढ़ाव दिखाई दे रहे हैं। विपक्ष लगातार आक्रामक है। वोट चोरी के आरोपों को लेकर आंदोलन हो रहे हैं। बीजेपी संगठन में फेरबदल की चर्चाएं भी चल रही हैं और सैनी सरकार अपनी कैबिनेट और प्रशासनिक फैसलों से नए रोडमैप का संकेत दे रही है। ऐसे में शाह की मौजूदगी को पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व का सैनी सरकार को मजबूत समर्थन माना जा रहा है।

नायब सैनी ने कांग्रेस पर बोला हमला

दिल्ली दौरे के दौरान भले ही मुख्य फोकस केंद्र से मीटिंग्स रहा हो, लेकिन मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कांग्रेस पर किए कटाक्ष से साफ संकेत दिया कि बीजेपी विपक्षी हमलों का जवाब सीधे राजनीतिक मोर्चे पर देगी। मुलाकातों के बाद मीडिया से बातचीत में सैनी ने कहा कि कांग्रेस के पास न कोई एजेंडा है, न विज़न। उनकी योजनाएं भ्रष्टाचार में डूबी रहती हैं। झूठे आरोप लगाकर राजनीति करना ही उनका काम रह गया है।

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