गुरुग्राम, 14 अक्तूबर (हप्र)
टाउन वेंडिंग कमेटी (टीवीसी) की बैठक में फैसला लिया गया है कि वेंडिंग जोन में अवैध तरीके से रेहड़ियां खड़ी करने वालों को हटाया जाएगा। इसके साथ ही लाइसेंस की रिन्युअल तथा मासिक फीस वसूली का कार्य भी तेज किया जाएगा। निगम के प्रस्तावों के खिलाफ कमेटी ने वेंडिंग जोन नियमित रखने का फैसला लिया।
निगम कमिश्नर मुकेश आहूजा की अध्यक्षता में टीवीसी की बैठक हुई। इसमें बताया गया है कि शहरी क्षेत्र में 148 वेंडिंग जोन बनेंगे। इनमें से 58 का डीआईपी तैयार कर लिया गया है। निगम कमिश्नर ने बैठक में कहा कि संभव हो तो वेंडिंग जोन का आकार बदल लें, साथ ही दोपहिया वाहनों की पार्किंग व गाड़ियों के लिए आसपास स्थित पार्किंग स्थल को वेंडिंग जोन के साथ लिंक करें। 611 वेंडर्स को किसी भी समय वेरिफिकेशन की शर्त पर स्वीकृति दी गई है। बैठक में वेंडिंग सर्टिफिकेट के रिन्युअल एवं अधिकृत वेंडर्स से मासिक फीस की वसूली का निर्णय भी लिया गया। इसके साथ ही यह भी निर्णय लिया गया कि वेंडिंग जोन में अनाधिकृत रूप से कार्य करने वाले लोगों को हटाया जाएगा। बैठक में बताया गया कि तीन वेंडिंग एजेंसियों स्पिक एंड स्पैन, एगमैक व लियो मीडियाकॉम पर नगर निगम का 7 करोड़ का बकाया है। इसको लेकर एफआईआर दर्ज करवा दी गई है।
बैठक में एडीसी विश्राम कुमार मीणा, ज्वाइंट कमिश्नर संजीव सिंगला एवं सुमित कुमार, एसटीपी संजीव मान, डीएमसी विजयपाल यादव व एलडीएम प्रहलाद राय गोदारा समेत एचएसवीपी तथा पुलिस विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे।
वेंडिग जोन के खिलाफ अधिकतर पार्षद
ज्यादातर पार्षद वेंडिंग जोन के खिलाफ हैं। पार्षद अनूप सिंह का आरोप है कि वेंडिंग जोन में अधिकृत वेंडर्स से कई गुणा अधिक लोग काम करते हैं और जिन कार्यों की अनुमति ली होती है उससे अन्यंत कार्य करते हैं। वार्ड-19 के पार्षद अश्वनी शर्मा के अनुसार 7 करोड़ रुपये के वेंडिंग जोन घोटाले में अभी तक किसी कंपनी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई है। सदन शहरी क्षेत्र में वेंडिंग जोन समाप्त करने का प्रस्ताव पास कर चुका है।