कनीना, 5 मई (निस)
समीपवर्ती गांव बव्वा में कोविड 19 नियमों को नजरअंदाज कर पंचायत व पंचायत विभाग के अधिकारियों ने सोमवार को सभा आयोजित कर पंचायती जमींन की बोली छोड़ने की प्रक्रिया अपना दी। मौके पर पर पहुंचे ग्राम सचिव, निवर्तमान महिला सरपंच के पति सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण हाजिर थे। कोविड 19 नियमों व प्रदेश सरकार की ओर से महामारी के दृष्टिगत प्रदेश में लगाई गई धारा 144 की अवहेलना की गई।
ग्रामीणों ने बोली छोड़े जाने के कार्य की निंदा की है। विरोध बढ़ता देख ग्राम सचिव व सरपंच वहां से खिसक गये। जिसके चलते कुल 30 एकड़ मेें से करीब 15 एकड़ भूमि की बोली नहीं हो सकी। ग्राम सरपंच संजोग देवी के ससुर धर्मबीर सिंह ने बताया कि करीब 50 ग्रामीणों की हाजिरी में जमीन को पट्टे पर छोड़ने की कार्रवाई की गई।
इस बारे में ग्राम सचिव मनोज कुमार ने बताया कि बीडीपीओ के निर्देश पर जमीन की बोली छोड़ी गई है। कुछ प्लाट बचे हुए हैं जिनकी बोली शुक्रवार को छोड़ी जायेगी। उन्होंने कहा कि बोली छोड़ते समय कोरोना नियमों की अवहेलना नहीं की गई। बीडीपीओ नरेंद्र कुमार ने बताया कि लॉकडाउन से पूर्व विभिन्न पंचायतों का जमीन की बोली को लेकर रोस्टर जारी किया हुआ था। लॉकडाउन के समय जमीन की बोली छोड़ी गई है, तो वह उनके संज्ञान में नहीं है। लॉकडाउन के चलते उनकी ड्यूटी ऑक्सीजन प्लांट पर लगी हुई है, ग्राम सचिव से जानकारी लेकर की कुछ कहा जा सकता है।