चोगा पहना तो विस में एंट्री नहीं, स्पीकर हुए सख्त
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 30 जनवरी
फरीदाबाद एनआईटी से कांग्रेस विधायक नीरज शर्मा के कपड़ों को लेकर विवाद गहरा गया है। हलके के विकास कार्यों के लिए 28 करोड़ रुपये की ग्रांट नहीं जारी होने के विरोध में उन्होंने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के मौके पर कपड़ों का त्याग कर दिया था। कपड़े त्यागने के बाद उन्होंने कफन का चोला सिलवाया हुआ है। इस चोले पर उन्होंने जय-सियाराम के अलावा हलके की समस्याओं को प्रिंट करवाया हुआ है।
स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने उनके इन कपड़ों को आपत्तिजनक करार देते हुए दो-टूक कहा है कि अगर नीरज शर्मा ने मर्यादित कपड़े नहीं पहने तो विधानसभा के बजट सत्र के दौरान उनकी सदन में एंट्री नहीं होगी। स्पीकर ने इस तरह के व्यवहार और कपड़ों को सदन की मर्यादा के विरुद्ध बताया है। उनका कहना है कि अगर नीरज शर्मा ने ये कपड़े नहीं त्यागे तो उन्हें किसी सूरत में विधानसभा में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। मंगलवार को विधानसभा सचिवालय में मीडिया से बातचीत में गुप्ता ने आईएएस एसोसिएशन का उदाहरण देते हुए कहा, एसोसिएशन ने काले बिल्ले लगा कर विधानसभा में विरोध जताया था। उस समय भी सभी आईएएस अधिकािरयों को बाहर जाने को कह दिया था। स्पीकर ने कहा कि विरोध जताना अलग बात है, लेकिन विधानसभा सदन की मर्यादा जरूरी है। सदन की मर्यादा को ध्यान में रखते हुए नीरज शर्मा अगर सही कपड़े पहनकर आएंगे तो ही उन्हें सदन के भीतर आने दिया जाएगा। वहीं दूसरी ओर, नीरज शर्मा ने स्पीकर के इस फैसले पर आपत्ति जताते हुए उन्हें पत्र लिखा है। स्पीकर को लिखे पत्र में नीरज शर्मा ने कहा कि वे अपने हलके के लोगों की समस्याओं को उठा रहे हैं।
विधानसभा में ही निकाय मंत्री डॉ़ कमल गुप्ता ने एक महीने के भीतर उनके हलके के लिए मंजूर की गई 28 करोड़ रुपये की ग्रांट जारी करने का वादा किया था। सरकार की ओर से यह ग्रांट अभी तक जारी नहीं की है। इसी वजह से उन्हें कपड़ों का त्याग कर चोला पहना है।
विधायक नीरज शर्मा ने कहा, मेरे कपड़ों में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है। चोले पर भगवान श्रीराम का नाम लिखा हुआ है। साथ ही, हलके के लोगों की समस्याओं को उठाया गया है। साथ ही, उन्होंने पत्र में 26 जनवरी को पानीपत में एट-होम कार्यक्रम के दौरान पुलिस द्वारा उनके साथ किए गए दुव्यर्वहार के मामले में कार्रवाई करने की मांग की है। पानीपत पुलिस ने उन्हें एट-होम कार्यक्रम में जाने से रोक दिया था। पुलिस ने उन्हें डिटेन भी किया था। बाद में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा उन्हें रेस्ट हाउस से लेकर आए थे और पुलिस को फटकार भी लगाई थी।