चरखी दादरी, 20 दिसंबर (निस)
क्रशर संचालकों ने सरकार को सीधे चेतावनी दी है कि या तो क्रशर चलाने की अनुमति दें अन्यथा भूख हड़ताल पर बैठेंगे और जबरदस्ती क्रशर चलाने पर मजबूर होंगे। क्योंकि जहां लाखों परिवारों की रोजी-रोटी का संकट बना है वहीं बिजली बिल आने व क्रशर बंद होने से करोड़ों रुपए का कारोबार प्रभावित होने के साथ-साथ काफी नुकसान भी उठाना पड़ रहा है। बता दें कि एनजीटी द्वारा गत 11 नवंबर से क्रशरों को अनिश्चितकालीन बंद करने के निर्देश जारी किए थे। जिसके चलते दादरी जिला के करीब 300 क्रशर बंद हैं। क्रशर बंद होने के विरोध में क्रशर यूनियन के प्रधान सोमबीर घसोला की अगुवाई में दादरी के रोज गार्डन में मीटिंग हुई। मीटिंग में क्रशर संचालकों ने सरकार पर दादरी क्षेत्र के क्रशरों को एनजीटी के माध्यम से बंद करवाने का आरोप लगाया। इस दौरान क्रशर संचालकों ने सडक़ों पर उतरते हुए रोष प्रदर्शन किया और लघु सचिवालय पहुंचकर सीएम के नाम सीटीएम अमित मान को ज्ञापन सौंपते हुए जल्द क्रशरों का संचालन करने की मांग उठाई।
आदेशों के बावजूद हो रहा संचालन
नूंह/मेवात (निस) : डीएम कैप्टन शक्ति सिंह द्वारा एक आदेश में जिला के सभी स्टोन क्रशर व हाॅटमिक्स प्लांट आगामी आदेशों तक बंद करने के विगत दिनों निर्देश जारी किए गए थे, लेकिन लोगों की मानें तो अधिकांश संचालक डीएम के आदेशों को सरेआम पलीता लगा रहे हैं। हैरत की बात यह है कि प्रशासन की जानकारी में होने के बावजूद अवैध खननकर्ताओं पर नकेल नहीं लग पा रही। इस बारे में तावड़ू के उपमण्डलाधीश सुरेन्द्र पाल ने माना कि उपायुक्त ने स्टोन क्रशर व हॉटमिक्स प्लांट आगामी आदेशों तक बंद करने के निर्देश जारी किए हैं और उनके आदेशों की पालना के लिए समय-समय पर प्लांटों की जांच की जा रही है।