करनाल, 26 जुलाई (हप्र)
करनाल में गौशाला को लेकर समाजसेवियों और नगर निगम के बीच चल रही तकरार के बीच कांग्रेस ने मंगलवार को सरकार को ज्ञापन दिया। पार्टी ने चेतावनी दी है कि अगर नगर निगम ने गौशाला को ठेके पर दिया तो आंदोलन छेड़ दिया जाएगा। कांग्रेस के जिला संयोजक त्रिलोचन सिंह ने कहा कि शहरभर के बेसहारा गौवंश को रखने के लिए करनाल में नगर निगम ने 12 एकड़ की जमीन पर फूसगढ़ में गौशाला एवं नंदी शाला की स्थापना की थी। इसमें लगभग अढ़ाई हजार से अधिक पशु हैं। इसे अभी तक बाबा बंसी वाले संस्था के लोग शहर के लोगों के सहयोग से चला रहे हैं। नगर निगम के अफसर इसे ठेके पर दिए जाने की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसका विरोध करनाल के पार्षदों ने भी किया है। कुछ अफसर अपने खास लोगों के माध्यम से बड़ा खेल खेलने की तैयारी कर रहे हैं।
इस मौके पर एचपीएससी के पूर्व सदस्य राजेश वैद्य, महिला कांग्रेस की प्रधान उषा तुली, कांग्रेस नेता रानी कांबोज, होशियार सिंह, कर्म पाल सिंह, परमजीत भारद्वाज आदि उपस्थित थे।
बेहतर सेवाओं के लिए कमेटी का गठन
नगर निगम के उप निगमायुक्त अरुण भार्गव ने बताया कि बीती 10 मई को भी नगर निगम हाउस की मीटिंग में गौशाला की व्यवस्था को ओर बेहतर बनाने के लिए महापौर रेनू बाला गुप्ता की अध्यक्षता में 5 सदस्यीय कमेटी गठित करने का निर्णय लिया था। कमेटी में उप महापौर नवीन कुमार, वार्ड नम्बर-9 के पार्षद मुकेश अरोड़ा तथा अतिरिक्त आयुक्त गौरव कुमार को सदस्य, जबकि उप निगमायुक्त अरूण भार्गव सदस्य सचिव बनाए गए। उन्होंने बताया कि गत 22 जुलाई को हुई हाऊस की मीटिंग में यह मुद्दा एक्शन टेकन रिपोर्ट (एटीआर) में आया। कमेटी द्वारा जवाब में बताया गया कि अभी रिपोर्ट पूर्ण नहीं हुई है। इस पर सदन ने कमेटी की जो भी सिफारशें हों, को स्वीकार करते हुए 5 लाख रुपये की एकमुश्त राशि गौशाला की आपात देखभाल के लिए स्वीकृत की।
कमर्शियल स्वरूप देना सही नहीं
कांग्रेस ने कहा कि गौशालाओं को कमर्शियल स्वरूप देना सही नहीं हैं। ज्ञापन में प्रशासन और नगर निगम गौशाला और नंदीशाला को ठेके पर दिए जाने की योजना को रद्द करने की मांग की गई। साथ ही चेतावनी दी गई कि यदि सरकार ने जबरन ठेके पर दी तो कांग्रेस इसके खिलाफ आंदोलन करेगी।