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विश्वास प्रबल नहीं तो शिव महापुराण कथा का कोई लाभ नहीं : प्रदीप मिश्रा

  बल्लभगढ़, 5 नवंबर (निस) विश्व विख्यात कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा ने शिव भक्तों से कहा कि शिव महापुराण की कथा में तब जाओ जब आपका विश्वास प्रबल हो। अगर आपका विश्वास प्रबल न हो तो शिव महापुराण की कथा...

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आईएमटी में आयोजित श्री शिव पुराण कथा में मंगलवार को कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा शिवभक्तों का अभिनंदन स्वीकार करते हुए। -निस
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बल्लभगढ़, 5 नवंबर (निस)

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विश्व विख्यात कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा ने शिव भक्तों से कहा कि शिव महापुराण की कथा में तब जाओ जब आपका विश्वास प्रबल हो। अगर आपका विश्वास प्रबल न हो तो शिव महापुराण की कथा में जाने का कोई लाभ नहीं है। जैसे किसान फसल लगाने से पहले जमीन की क्यारी बनाकर, पानी डालकर जमीन को नरम कर लेता है ताकि बीज डालने के बाद अकुंरित हो जाए। उसी तरह शिव महापुराण की कथा कहती है कि अपने भीतर इतनी नम्रता ले आओ की तुम्हारे मुख से एक बार नहीं बल्कि कई बार श्री शिवाय नमस्तुभ्य निकले और वो बीज अंकुरित हो जाए जो मानव का कल्याण करने वाला हो। उक्त बातें पं. प्रदीप मिश्रा ने उद्योगपति प्रवीण पाराशर व हेमलता द्वारा आईएमटी सेक्टर-66 में आयोजित पांच दिवसीय शिव महापुराण के दूसरे दिन मंगलवार को शिव भक्तों से कहीं। शिव महापुराण का आयोजन 8 नवंबर तक चलेगा।

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पं. प्रदीप मिश्रा ने शिव भक्तों से कहा कि अगर आप भगवान शिव को अपने परिवार का सदस्य बना लें तो आपको फिर सोचने-विचारे की जरूरत नहीं। जो शिव का हो गया, अब शिव ही उनकी जाने। उन्होंने भगवान शिव की महिमा का गुणगान करते हुए कुटुंब को एक साथ लेकर चलने की बात बार-बार दोहराई।

सोशल मीडिया पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि आप बहुत ज्यादा समय सोशल मीडिया पर गुजारते हैं और दोस्त बनाते हैं लेकिन वे दोस्त किसी काम के नहीं। इसलिए सोशल मीडिया की जगह अपने परिवार को समय दें ताकि वे आपके सुख-दुख में खड़े रहें। अगर आप किसी पशु-पक्षी व जीव को प्रेम से बुलाते हो तो वो आपके पास आते हैं। उसी तरह अगर सच्चे दिल से महादेव को पुकारों तो वो जरूर आएंगे। वहीं उन्होंने व्रत रखने वाले शिव भक्तों से कहा कि वे जिस दिन भी व्रत रखे तो, ये ध्यान रखे कि उस दिन किसी को भी अपशब्द न बोला जाए।

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