पहले ही ध्यान दिया होता तो नहीं गहराता जल संकट : कुमारी सैलजा
प्रदेश में पेयजल संकट से हालात यहां तक पहुंच गए है कि 10 जिलों में गंभीर जल संकट गहराया हुआ है। 51 जलघर सूख चुके हैं। टैंकरों से पानी की आपूर्ति हो रही है। गांवों में एक दिन छोड़कर सप्लाई दी जा रही है। मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा है कि मार्च में मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अनुरोध किया गया था कि नहरों की साफ सफाई करवा ली जाए ताकि नहरों में पूरी मात्रा में पानी आ सके। सरकार ने इस ओर कोई ध्यान ही नहीं दिया।
हरियाणा के हिस्से के पूरे पानी का उपयोग तक सरकार नहीं कर पाई। एसवाईएल नहर का मामला भी राजनीति की भेंट चढ़ गया। सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक पंजाब सरकार नहीं मान रही है। पंजाब और हरियाणा के बीच पानी को लेकर चल रहे विवाद के बीच हरियाणा के 10 जिलों में गंभीर जल संकट पैदा हो गया है। हालात ऐसे हैं कि प्रदेश के 51 जलघरों में पानी पूरी तरह से सूख चुका है। इनमें सबसे ज्यादा प्रभावित सिरसा, रोहतक, महेंद्रगढ़, चरखी दादरी और भिवानी समेत दक्षिण हरियाणा के कई शहर हैं।