चंडीगढ़, 11 जुलाई (ट्रिन्यू)
हरियाणा में बिजली आंदोलन शुरू करने की आम आदमी पार्टी की घोषणा पर भाजपा ने सवाल खड़े किए हैं। भाजपा ने कहा कि आम आदमी पार्टी को जनता के हितों से कोई लेना देना नहीं है। प्रदेश में बिजली की कोई किल्लत नहीं है और अन्य राज्यों से सस्ती बिजली मिल रही है। इसके बावजूद आम आदमी पार्टी का आंदोलन राजनीति से ज्यादा कुछ नहीं है। भाजपा प्रवक्ता सुदेश कटारिया ने मंगलवार को यहां कहा कि आम आदमी पार्टी को यदि आंदोलन ही करना है तो उसे अपनी पंजाब सरकार के खिलाफ करना चाहिए, जो हरियाणा को उसके हिस्से का एसवाईएल का पानी देने को तैयार नहीं है। यदि आम आदमी पार्टी की हरियाणा इकाई पंजाब सरकार के खिलाफ एसवाईएल के पानी के लिए आंदोलन चलाती है तो प्रदेश की जनता को लगेगा कि किसी मुद्दे पर उसका स्टैंड है अन्यथा जनता झूठी तथा मुफ्त की घोषणाओं में कोई यकीन नहीं करने वाली है।
कटारिया ने कहा कि दिल्ली और पंजाब की जनता जो गलतियां आम आदमी पार्टी की सरकार बनाकर कर चुकी हैं, उसे हरियाणा में दोहराने का सवाल ही पैदा नहीं होता, क्योंकि काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती। आप नेताओं को हरियाणा में कोई भी आंदोलन करने से पहले यह स्पष्ट करना चाहिए कि वे हरियाणा की जनता के साथ हैं, पंजाब की जनता के साथ हैं या दिल्ली की जनता के साथ हैं। कटारिया ने चुटकी ली कि वास्तव में आम आदमी पार्टी किसी के साथ नहीं बल्कि कुर्सी के लिए अपनों की पीठ में छुरा घोंपने वाली पार्टी है। अन्ना हजारे इसके सबसे बड़े उदाहरण हैं।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि हरियाणा के करीब साढ़े पांच हजार गांवों में 24 घंटे बिजली आ रही है। लोगों ने बिजली के बिल भी देने आरंभ कर दिए हैं। राज्य में बिजली की चोरी लगभग बंद हो गई है। गुजरात के बाद हरियाणा की बिजली कंपनियों का दूसरा नंबर है। ऐसे में आम आदमी पार्टी के लोग हरियाणा की जनता को बरगलाकर कर और मुफ्त की बिजली देने की घोषणा कर उनका भला नहीं, बल्कि अपना फायदा सोच रहे हैं, जो कि पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है।