मैं किसी गुट का नहीं, सिर्फ कांग्रेस का हूं : राव नरेंद्र सिंह
कार्यभार ग्रहण समारोह में हरियाणा प्रभारी बीके हरिप्रसाद, विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा, पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह, सांसद रणदीप सुरजेवाला, निवर्तमान अध्यक्ष उदयभान और दीपेंद्र हुड्डा मौजूद रहे। राव नरेंद्र ने कहा कि वे किसी गुट के अध्यक्ष नहीं हैं, बल्कि पूरे कांग्रेस परिवार का नेतृत्व करेंगे। उन्होंने कहा, “कांग्रेस ही मेरा गुट है और कांग्रेस ही मेरा सब कुछ।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि कांग्रेस के नेताओं में मनभेद हो सकते हैं, लेकिन मतभेद नहीं हैं। “आज कोई नहीं आया तो कल आ जाएगा, कांग्रेस में सबके लिए जगह है,” उन्होंने मुस्कराते हुए कहा। उनका यह बयान पार्टी के भीतर के खेमेबाज़ी के संकेतों को शांत करने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।
राव नरेंद्र ने कहा कि अहीरवाल क्षेत्र में कांग्रेस पहले थोड़ी कमजोर रही थी, लेकिन अब वहां पार्टी को मजबूत किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कैप्टन अजय यादव और राव दान सिंह से उनकी बातचीत हो चुकी है, जबकि कुमारी सैलजा विदेश में होने की वजह से कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकीं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में कोई किसी का विरोधी नहीं है, बल्कि सभी का उद्देश्य एक है — पार्टी को फिर से सत्ता में लाना।
राहुल गांधी के नेतृत्व की सराहना करते हुए राव नरेंद्र ने कहा कि वे आज पूरे देश में संघर्ष की पहचान बन चुके हैं। कांग्रेस अब “वोट चोर–गद्दी छोड़” अभियान को पूरे राज्य में मजबूती के साथ चलाएगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ता संविधान की रक्षा के लिए फील्ड में उतरेंगे और भाजपा सरकार की खामियों को जनता के सामने लाएंगे। “हम जनता को बताएंगे कि किस तरह उनके साथ भावनात्मक छल किया गया है,” उन्होंने कहा।
अपने पहले ही संबोधन में राव नरेंद्र ने स्पष्ट कर दिया कि वे किसी एक गुट के प्रतिनिधि नहीं, बल्कि संगठन के सर्वमान्य चेहरा हैं। उन्होंने कहा, “मुझे कांग्रेस हाईकमान ने अध्यक्ष बनाया है, लेकिन मैं सिर्फ आदेश से नहीं, भावना से भी कांग्रेस का आदमी हूं।” उनके इस बयान ने कार्यकर्ताओं में नया जोश और नेतृत्व के प्रति भरोसा जगाया है। राव नरेंद्र के शब्दों में, “कांग्रेस को सत्ता तक पहुंचाने की राह व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं से नहीं, बल्कि साझा संघर्ष से होकर जाती है।”