जगाधरी, 10 फरवरी (निस)
पहाड़ी इलाकों में हुई बर्फबारी से यमुना लगभग सूख सी गई है। इससे हाईडल प्रोजेक्ट में बिजली उत्पादन घटकर एक चौथाई से भी कम रह गया है। जानकारी के अनुसार बुधवार सुबह 6 बजे हथनीकुंड बैराज पर यमुना का जलस्तर 1176 क्यूसिक दर्ज किया गया। इसमें से पश्चिमी यमुनानहर में 824 व यूपी को जाने वाली नहर में पानी की आपूर्ति नहीं की गई। यमुना नदी में मवेशियों के लिए 352 क्यूसिक पानी छोड़ा गया।
जानकारी के अनुसार पानी की बेहद कम आपूर्ति होने से हाइडल प्रोजेक्ट की इकाइयां दिन में मुश्किल से 6-7 घंटे ही चल पा रही हैं। पानी की किल्लत के चलते प्रतिदिन उत्पादन भी दो लाख यूनिट के आसपास चल रहा है, जबकि पर्याप्त पानी मिलने पर यह उत्पादन 11 से 12 लाख यूनिट होता है। बताया जाता है कि गत दिवस इससे भी कम पानी बैराज पर दर्ज किया गया था।
हाइडल प्रोजेक्ट के एक्सईएन जनरेशन अभिनव घनघस का कहना है कि पानी की आपूर्ति पर्याप्त न होने से बिजली उत्पादन बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। उनका कहना है कि अगले माह पानी की आपूर्ति ठीक होने से बिजली उत्पादन में भी सुधार होने लगेगा।