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शरारती तत्वों की हरकतों से बढ़ रही एचएसएससी की परेशानी

चेयरमैन ने दी चेतावनी - अफवाहों से बचें, आधिकारिक वेबसाइट पर ही भरोसा करें
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हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (एचएसएससी) इन दिनों न सिर्फ भर्ती परीक्षाओं के संचालन में व्यस्त है, बल्कि सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाहों और फर्जी सूचनाओं से भी लगातार जूझ रहा है। ताज़ा मामला कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (सीईटी) 2025 ग्रुप-सी परीक्षा के फर्जी परिणाम का है। इसने लाखों अभ्यर्थियों को भ्रमित कर दिया और आयोग को अतिरिक्त सफाई देने के लिए मजबूर कर दिया।

शनिवार देर रात कुछ शरारती तत्वों ने सोशल मीडिया और व्हाट्सऐप ग्रुप्स पर एक कथित नोटिस वायरल किया, जिसमें सीईटी परीक्षा के परिणाम जारी होने का दावा किया गया। नोटिस में न केवल चयनित अभ्यर्थियों की संख्या (10 हजार 997) बताई गई, बल्कि कैटेगरी-वाइज कट-ऑफ मार्क्स और स्कोर भी शामिल थे। यह पोस्ट देखते ही अभ्यर्थियों में हड़कंप मच गया। कई ने सत्यता जानने के लिए सीधे आयेाग के दफ्तर और हेल्पलाइन पर संपर्क करना शुरू कर दिया।

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26-27 जुलाई को हुई थी परीक्षा

हरियाणा में 26 और 27 जुलाई को आयोजित ग्रुप-सी के लिए कॉमन पात्रता परीक्षा (सीईटी) में 13 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने भाग लिया था। आयोग फिलहाल रिजल्ट तैयार कर रहा है और कुछ दिन पहले ही चेयरमैन हिम्मत सिंह ने करेक्शन पोर्टल खोले जाने की घोषणा की थी।

चेयरमैन का संदेश – अफवाहों से रहें दूर

फर्जी पोस्ट के वायरल होने के तुरंत बाद कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन हिम्मत सिंह ने सोशल मीडिया के जरिए स्पष्ट किया कि सीईटी परिणाम को लेकर सोशल मीडिया पर चलाई जा रही खबरें पूरी तरह गलत हैं। आयोग द्वारा अभी कोई परिणाम या सूचना जारी नहीं की गई है। अभ्यर्थियों से अनुरोध है कि वे केवल आयोग की आधिकारिक वेबसाइट से ही अपडेट लें। उन्होंने चेताया कि इस तरह की हरकतें न केवल अभ्यर्थियों को गुमराह करती हैं, बल्कि आयोग के कामकाज में भी बाधा डालती हैं।

बार-बार दोहराई जा रही पुरानी चाल

यह पहली बार नहीं है जब हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग को सोशल मीडिया पर फैली झूठी सूचनाओं के कारण स्पष्टीकरण जारी करना पड़ा हो। पिछले एक वर्ष में कई बार भर्ती परीक्षाओं के एडमिट कार्ड, आंसर की और रिजल्ट से जुड़े फर्जी नोटिस वायरल हो चुके हैं। हर बार आयोग को युवाओं तक सच्चाई पहुंचाने के लिए अतिरिक्त प्रयास करने पड़े हैं। आयोग का मानना है कि यह सिलसिला न केवल प्रशासनिक बोझ बढ़ा रहा है, बल्कि अभ्यर्थियों के मानसिक तनाव मं़ भी इजाफा कर रहा है।

आधिकारिक चैनल पर रखें भरोसा

चयन आयोग ने फिर दोहराया कि किसी भी भर्ती से संबंधित सही और प्रमाणित जानकारी केवल आयोग की आधिकारिक वेबसाइट और अधिकृत चैनलों पर ही उपलब्ध कराई जाती है। अभ्यर्थियों से अपील है कि किसी भी व्हाट्सऐप फॉरवर्ड या सोशल मीडिया पोस्ट को बिना जांचे-परखे सच न मानें।

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