हुड्डा की पहली बड़ी योजना: विधायकों को परोसेंगे दीपावली भोज
इससे पहले हुड्डा के नेतृत्व में चंडीगढ़ के सेक्टर-9 स्थित प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेस विधायक दल की बैठक होगी। उनके सीएलपी लीडर बनने के बाद यह पहली बैठक होगी। बैठक का एजेंडा बड़ा महत्व रखता है। इसमें न केवल भाजपा सरकार के एक साल के कार्यकाल की समीक्षा होगी, बल्कि पार्टी संगठन को मजबूत करने और आगामी जन आंदोलनों की रूपरेखा तय करने की जिम्मेदारी भी इस बैठक पर होगी।
बैठक में हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी बीके हरिप्रसाद, प्रदेशाध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह, सह-प्रभारी जितेंद्र बघेल और प्रफुल्ल गुडधे के अलावा कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे। बैठक का फोकस राज्य की कानून व्यवस्था, किसानों की समस्याओं और पार्टी के अभियान की प्रगति पर रहेगा। विधायक दल की बैठक में पार्टी के ‘वोट चोर-गद्दी छोड़’ अभियान की समीक्षा भी होगी।
यह अभियान देशव्यापी रूप से राहुल गांधी द्वारा चलाया गया था, लेकिन त्योहारों की व्यस्तता के कारण इसके लक्ष्य को अभी तक पूरा नहीं किया जा सका। अब इसे 30 अक्टूबर तक पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। हुड्डा इस अभियान की समीक्षा के साथ-साथ पार्टी के नेताओं को आगामी महीनों के लिए रणनीति बनाने का मार्गदर्शन देंगे। यह बैठक कांग्रेस के लिए एक रणनीतिक प्लेटफॉर्म साबित होगी, जिससे पार्टी अपने विरोध की आवाज़ को और जोर दे सके।
किसानों और जनता के मुद्दों पर कांग्रेस का फोकस
भूपेंद्र हुड्डा और राव नरेंद्र हाल ही में राज्य की अनाज मंडियों और प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर चुके हैं। किसानों ने बताया कि उनकी फसल एमएसपी पर नहीं बिक रही है और भारी बारिश और बाढ़ के बाद उन्हें मुआवजा भी नहीं मिला। विधानसभा में विपक्ष के नेता हुड्डा इस मुद्दे पर सरकार से जवाब मांग सकते हैं। इसके साथ ही किसानों के हितों को लेकर कांग्रेस अपने आंदोलनों और जनसंपर्क कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार करेगी। यह बैठक यह तय करेगी कि पार्टी किस तरह से किसानों और आम जनता के मुद्दों को अपनी राजनीति में प्रमुख बनाएगी।
दीपावली भोज: नेताओं का मिलन और संवाद
विधानसभा बैठक के बाद भूपेंद्र हुड्डा अपने आवास पर विधायकों और वरिष्ठ नेताओं के लिए दीपावली भोज का आयोजन करेंगे। इस भोज में पार्टी के प्रमुख नेताओं और कार्यकारी सदस्यों को आमंत्रित किया गया है। भोज का उद्देश्य सिर्फ उत्सव नहीं है। यह एक ऐसा मंच होगा, जहां नेताओं के बीच राजनीतिक संवाद और विचार विमर्श होगा। हुड्डा इस मौके पर पार्टी संगठन को मजबूत करने और नेताओं के बीच तालमेल बनाने पर जोर देंगे।
हुड्डा और राव का गठबंधन: कांग्रेस की नई राजनीति
कांग्रेस हाईकमान ने लंबे समय तक इंतजार करने के बाद भूपेंद्र सिंह हुड्डा को कांग्रेस विधायक दल का नेता बनाया। प्रदेश अध्यक्ष राव नरेंद्र और हुड्डा की नियुक्तियों के बाद यह साफ हो गया है कि पार्टी के महत्वपूर्ण राजनीतिक और संगठनात्मक फैसले अब इन दोनों के नेतृत्व में होंगे। राव नरेंद्र ने अपनी नियुक्ति से पहले और बाद में राज्य के प्रमुख नेताओं से आशीर्वाद लिया। हालांकि, हुड्डा गुट की सक्रियता साफ दिख रही है। यह गठबंधन पार्टी के अंदर और बाहर दोनों जगह कांग्रेस की रणनीतिक ताकत को दिखाएगा।
