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हुड्डा बताएं दामाद को खुश करने के लिए किसानों की जमीन क्यों हड़पी : नायब

फतेहाबाद/टाेहाना, 7 सितंबर हप्र/निस मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शनिवार को कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके पुत्र दीपेंद्र हुड्डा हिसाब मांगो यात्रा निकाल रहे हैं। मुझे अचरज है कि जिस कांग्रेस ने देश में 55-60 साल राज किया...
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टोहाना में शनिवार को एसडीएम को नामांकन पत्र सौंपते देवेंद्र बबली। साथ हैं मुख्यमंत्री नायब सैनी एवं जिला अध्यक्ष बलदेव ग्रोहा व अन्य। -निस
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फतेहाबाद/टाेहाना, 7 सितंबर हप्र/निस

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शनिवार को कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके पुत्र दीपेंद्र हुड्डा हिसाब मांगो यात्रा निकाल रहे हैं। मुझे अचरज है कि जिस कांग्रेस ने देश में 55-60 साल राज किया और प्रदेश में भी भूपेंद्र हुड्डा की 10 साल लगातार सरकार रही, उसके बावजूद ये लोग भाजपा से हिसाब मांग रहे हैं। हिसाब तो कांग्रेस और हुड्डा को देना चाहिए। हुड्डा को हिसाब देना चाहिए कि उन्होंने दामाद को खुश करने के लिए किसानों की जमीन क्यों हड़पी, हुड्डा बताएं कि उनके कार्यकाल में दलितों की बस्ती क्यों जलाई गई, क्यों दलितों को पलायन के लिए मजबूर होना पड़ा। नायब सिंह सैनी ने शायराना अंदाज में कांग्रेस पर कटाक्ष किया कि ‘दिल में कसक है, चेहरे पर नकाब लिए फिरते हैं, जिनके खुद के खाते खराब हैं वे हमारा हिसाब लिए फिरते हैं’

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मुख्यमंत्री नायब सैनी टोहाना की अनाज मंडी में आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे। वे टोहाना से भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र बबली का नामांकन दाखिल करवाने आए थे। इस मौके पर महामंत्री सुरेंद्र पुनिया, पूर्व सांसद एवं रतिया से प्रत्याशी सुनीता दुग्गल, जिलाध्यक्ष बलदेव ग्रोहा, सुरजीत ज्याणी, जिला प्रभारी सुरेंद्र आर्य मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि ऐसे बहुत से सवाल हैं जिनका जवाब भूपेंद्र हुड्डा और कांग्रेस के किसी नेता के पास नहीं है। सैनी ने कहा कि हुड्डा ने युवाओं के साथ धोखा किया। कांग्रेस के राज में रातों रात नौकरी की लिस्ट बदल दी जाती थी, गरीब परिवार के युवा को नौकरी से दूर रखा जाता था। सैनी ने कहा कि कांग्रेस नेता झूठ बोलकर जनता को बरगला रहे हैं। सैनी ने कहा कि यहां उमड़ी भीड़ को देखकर मुझे विश्वास हो गया है कि टोहाना से कमल जरूर खिलेगा। आज आप लोगों ने जो सम्मान की पगड़ी मेरे सिर पर रखी है, वह सम्मान मेरा नहीं, आप लोगों का है। इस मौके पर देवेंद्र बबली ने कहा कि टोहाना से विधायक बनकर उन्होंने टोहाना का खोया सम्मान लौटाया। जनता के साथ मिल कर काम किया। बतौर पंचायत मंत्री उन्होंने प्रदेश की ग्रामीण क्षेत्र का विकास कराने का काम किया। उन्होंने समर्थकों को आह्वान किया और कहा कि अब अग्नि परीक्षा का समय है।

राज्यसभा सदस्य बराला नहीं आए बबली के नामांकन के वक्त, सीएम घर पहुंचे मनाने

राज्यसभा सदस्य सुभाष बराला और टोहाना से भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र बबली के बीच राजनीतिक मनभेद कम होने का नाम नहीं ले रहे, जबकि अब दोनों ही भाजपा में है। शनिवार को सुभाष बराला ने देवेंद्र बबली के नामांकन कार्यक्रम में शिरकत नहीं की। जबकि मुख्यमंत्री नायब सैनी आए थे। पहले कयास लगाए जा रहे थे कि मुख्यमंत्री सैनी जनसभा से पहले बराला के आवास पर जाकर उन्हें मनाकर देवेंद्र बबली के कार्यक्रम में लाएंगे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। गौरतलब हैं कि रिश्ते में दादा-पोता लगने वाले सुभाष बराला और देवेंद्र बबली के बीच की राजनीतिक कड़वाहट किसी से छिपी नहीं है। शुक्रवार को पुराने गिले शिकवे भुलाकर देवेंद्र बबली, सुभाष बराला को मनाने नामांकन कार्यक्रम का निमंत्रण देने के लिए उनके निवास पर गए थे। लेकिन मुख्यमंत्री के आने के वावजूद भी सुभाष बराला कार्यक्रम में नहीं आए। जिस कारण मुख्यमंत्री बबली का नामांकन भरवाने के बाद बराला के निवास स्थान पर पहुंचे। मुख्यमंत्री सांसद सुभाष बराला के साथ उनके निवास पर करीब 25 मिनट तक रहे। इस मौके पर बराला के निवास पर भी भारी संख्या में कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लगा हुआ था जिन्हें संबोधित करते हुए बराला ने संयम बरतने का आह्वान किया। बराला ने कहा कि राजनीति में बहुत समस्याएं आती हैं। मेरा आग्रह है कि अटल जी की कविता याद रखें कि आती हैं बाधाएं, आएंगी प्रलय की घोर घटाएं, कदम मिलाकर चलना होगा। यह धैर्य किसी ने खोना नहीं, बहुत से नेताओं ने लोगों को उकसाने का काम किया, लेकिन कार्यकर्ता उकसावे में नहीं आया, पार्टी के काम को मजबूत करता रहा, आगे भी करते रहें। वहीं नामाकंन समारोह में न जाने के संबंध में बराला ने कहा कि वे टोहाना में भाजपा के फाउंडर मेंबर हैं, पार्टी जहां उनकी ड्यूटी लगाएगी, वहां जाऊंगा। वहीं गैरहाजिर रहने के संबंध में बराला ने कहा- नो कमेंट।

पांच साल में बबली की आय में पांच गुणा इजाफा

नामांकन के समय दिए शपथ पत्र के अनुसार देवेंद्र बबली के पास 84 हजार और उनकी पत्नी सुनीता के पास 75 हजार की नकदी है। बबली के 4 खातों में 81.96 लाख रुपए हैं एवं उनकी पत्नी के 2 बैंक खातों में 26.42 लाख रुपए जमा हैं। बबली व उनकी पत्नी के पास विभिन्न कंपनियों के करीब 2.5 लाख कीमत के शेयर हैं। पति-पत्नी के पास बीमा कंपनी की पॉलिसी के अलावा जिस कंपनी में बबली ने पैसा लगाया है, उनसे उन्होंने 1.40 करोड़ एडवांस लिया हुआ है, जबकि पत्नी ने 69 लाख एडवांस लिया हुआ है। बबली के पास टोयोटा फॉर्च्यूनर है और दूसरी होंडा स्कूटी है जिसकी कीमत 70 हजार रुपए है। साथ ही उनके पास 30 तोला सोना और पत्नी के पास 80 तोला सोना है।

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