कैथल, 22 जून (हप्र)
बर्खास्त आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स की बहाली, बकाया मानदेय जारी करवाने और अन्य मांगों को लेकर 24 जून को जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन होगा। यूनियन की जिला प्रधान राजबाला ने कहा कि हड़ताली कर्मियों के मानदेय में 75 प्रतिशत की कटौती धोखाधड़ी है। उन्होंने मांग की कि 100 रुपये महीना कटौती के साथ मानदेय जारी हो।
उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार और विभाग जान-बूझकर हजारों महिलाओं का मानसिक व आर्थिक शोषण कर रहा है। बिना वजह के राज्य की 975 वर्कर्स और हेल्पर्स को नौकरी से बाहर बैठा रखा है। 4 अप्रैल को विभागीय अधिकारियों व सरकार के अनुरोध पर आंदोलन वापस ले लिया गया था। उस समय सरकार की ओर से आश्वस्त किया गया था कि किसी को भी नौकरी से बाहर नहीं किया जाएगा, लेकिन 3 महीने से बहाली लटकी हुई है।
आंदोलन के दौरान दर्ज हुए मुकदमे वापस नहीं लिए गए हैं। यूनियन नेताओं ने कहा कि बिना मोबाइल फोन दिए और संसाधन उपलब्ध करवाए पोषण ट्रैकर ऐप का काम करवाया जा रहा है। यह सब गैरकानूनी ढंग से हो रहा है। वर्कर्स भारी मानसिक तनाव में हैं। दूसरी तरफ आंगनवाड़ी केंद्रों में पूरा राशन नहीं दिया जा रहा जबकि रेसिपी तैयार करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है।
सरकार द्वारा स्वीकृत आंगनवाड़ी केंद्रों का किराया भी नहीं दिया जा रहा है। जिला नेताओं ने सभी वर्कर्स हेल्पर्स से अपील की है कि इन मांगों के लिए 24 जून को जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालयों पर होने वाले प्रदर्शनों में बढ़चढ़ कर हिस्सा लें।
ये हैं मुख्य मांगें
प्रमुख मांगों में सरकार बर्खास्त 975 आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स को बहाल करे, दिसंबर से मार्च तक का मानदेय 100 रुपये महीना कटौती के साथ जारी हो, आंदोलन के दौरान बने पुलिस मुकदमे वापस लो, पोषण ट्रैकर ऐप बंद करे, मोबाइल फोन जारी करो, गैस सिलेंडर और पूरा राशन जारी करो, आंगनवाड़ी केंद्रों का स्वीकृत किराया जारी करो और आंगनवाड़ी कर्मियों की स्वीकृत मांगों को तुरंत लागू करो।