अम्बाला शहर, 15 जून (हप्र)
हरियाणा ग्रामीण चौकीदार सभा ने आज मुख्यमंत्री के नाम नगराधीश को मांगपत्र सौंपकर आग्रह किया कि सरकार उनकी भी सुध ले। जिला अध्यक्ष व प्रदेश उपाध्यक्ष हरजिंदर सिंह के नेतृत्व में सौंपे मांगपत्र में कहा गया कि चौकीदार गांव में खुफिया तंत्र का अहम हिस्सा होता है। किसी भी वारदात को सुलझाने और वारदात में संलिप्त अपराधियों को पकड़वाने में वह पुलिस की मदद करता है और जब कोर्ट से कोई प्यादा गांव में किसी के समन लेकर आता है तो चौकीदार उसकी पूरी मदद करता है। ग्रामीण चौकीदारों ने स्वयं को सरकार की कान, नाक और आंख बताते हुए कहा कि वे अपना कार्य पूरी मेहनत, लगन और ईमानदारी से करते हैं। सरकार की नीतियों और योजनाओं को जन जन तक पहुंचाते हैं लेकिन सरकार उनकी सुध नहीं ले रही।
उन्होंने कहा कि महंगाई बहुत बढ़ चुकी है जिस कारण चौकीदार को अपने परिवार का गुजारा करना बहुत मुश्किल हो गया है। ग्रामीण चौकीदार कई बार मांगपत्र विधायकों और मंत्रियों को सौंप चुके हैं लेकिन सरकार मांगों की तरफ ध्यान नहीं दे रही।
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार सफाई कर्मचारियों, आंगनबाड़ी वर्कर, मिड-डे-मील वर्कर और ग्रामीण ट्यूबवेल आपरेटर के मानदेय में बढ़ोतरी कर चुकी है। ग्रामीण चौकीदारों की 2 अप्रैल, 2018 के बाद कोई बढ़ोतरी नहीं की। हमारी सरकार से मांग है कि हमें चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी का दर्जा दिया जाए।
ग्रामीण चौकीदार को पंचायत विभाग से दोबारा गृह विभाग के अधीन किया जाए, सरकार की अधिसूचना के अनुसार गांव में किसी व्यक्ति की अटल सेवा केंद्र में मृत्यु रिपोर्ट आनलाइन करवाने की एवज में निर्धारित भत्ता दिया जाए, गर्मी व सर्दी की अलग अलग दो वर्दियां दी जाएं।
कौशल रोजगार निगम में न लिया जाए। इस अवसर पर करतार चन्द, सुभिद्रं सिंह, सुखवीर सिंह, गुरमेल सिंह, धर्म सिंह, बलबीर सिंह, बनारसी, अर्जुन व बलविंदर सिंह आदि ग्रामीण चौकीदार मौजूद रहे।