Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

Holi कड़ाही में पानी वाली होली, कहीं कोलड़े बरसे तो कहीं तिलक से मनी धुलंड

प्रदीप साहू/हमारे प्रतिनिधि चरखी दादरी, 14 मार्च धुलंडी के रंगों में जिलेभर में जबरदस्त जोश और उत्साह देखने को मिला। सुबह से ही बच्चे और युवा गलियों में एक-दूसरे को गुलाल लगाकर होली खेलते नजर आए। शहर और गांवों में...
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement

प्रदीप साहू/हमारे प्रतिनिधि

चरखी दादरी, 14 मार्च

Advertisement

धुलंडी के रंगों में जिलेभर में जबरदस्त जोश और उत्साह देखने को मिला। सुबह से ही बच्चे और युवा गलियों में एक-दूसरे को गुलाल लगाकर होली खेलते नजर आए। शहर और गांवों में यह त्योहार अलग-अलग अंदाज में मनाया गया। जहां कुछ जगहों पर पानी बचाने का संदेश देते हुए तिलक होली खेली गई, वहीं कई गांवों में परंपरा निभाते हुए पानी की कड़ाही में होली खेली गई।

गांवों में विशेष आयोजन के तहत चौक में पानी से भरी कड़ाही रखी गई, जहां देवरों ने भाभियों पर गुलाल और पानी डाला, तो भाभियों ने उन्हें परंपरागत अंदाज में कोलड़े बरसाकर जवाब दिया। यह अनोखी रस्म न केवल युवाओं बल्कि बुजुर्गों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बनी। हर उम्र के लोग इसमें शामिल होकर उत्सव की उमंग में डूबे रहे।

इसके अलावा, कई स्थानों पर युवाओं ने डीजे की धुन पर थिरकते हुए और गुलाल उड़ाकर अपने ही अंदाज में धुलंडी का आनंद लिया। त्योहार के उल्लास के बीच प्रशासन भी सतर्क रहा, जिलेभर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।

इस बार की धुलंडी ने जहां खुशियों और रंगों का जश्न मनाया, वहीं पानी बचाने का भी संदेश दिया, जिससे यह त्योहार और भी खास बन गया।

Advertisement
×