Holi 2025: होली पर चीन निर्मित सामान बाजार से लगभग गायब, त्रिशूल और परसा जैसी पिचकारियां भी बाजार में
जितेंद्र अग्रवाल/हप्र, अम्बाला शहर, 7 मार्च
Holi 2025: अयाोध्या में भगवान श्री राम के भव्य मंदिर निर्माण के बाद, महाकुंभ की तर्ज पर ही इस बार की होली पर भी सनातन का रंग सिर चढक़र बोलता नजर आ रहा है। होली पर बाजारों को साम्राज्य स्थापित करने वाले चीन निर्मित सामान के स्थान पर इस बार स्वदेशी वस्तुओं का बोलबाला है।
बढिय़ा और अनेक डिजाइनों में पिचकारियां, फलों की सुगंध से युक्त गुलाल के अलावा श्रीलंकाई क्रिकेटर मलिंगा जैसे बाल और टी शर्टस इस होली के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं। फूलों की खुशबू बिखरते गुलाल के अलावा केमिकल रहित प्राकृतिक रंग के लिए टेसू के फूल भी बाजार में मौजूद हैं। इस वर्ष व्यापार में 25 प्रतिशत बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है।
दरअसल रंगों के त्योहार होली पर खुशबूदार रंगबिरंगे भारतीय गुलालों से विभिन्न सुगंधियां मन को लुभाएंगी वहीं देश में बनी गन से पानी में घुले रंगों की बौछार का आनंद ही कुछ और होगा। सिलेंडर गन जहां गुलाल की बौछार करेगी वहीं मैजिक गिलास में भरा तो सादा पानी जाएगा लेकिन जब उसे दूसरे पर डाला जाएगा तो उसमें से रंगीन पानी निकलकर सामने वाले को हैरानी में डालेगा। इस बार भगवान भोले के त्रिशूल और भगवान परशुराम के परसा जैसी पिचकारियां काफी पसंद बनी हुई हैं। इसके अलावा इलेक्ट्रिक गन, फिश वाली गन, राकेट और परंपरागत रूप वाली प्रेशर गने व टैंक लोगों को आकर्षित कर रही हैं। गुलाल गन, इंसीनी मुखौटे, शेर, चीता, चिपैंजी, खरगोश जैसे विभिन्न जानवरों के मुखौटों के अलावा भूत वाले मुखौटो की मांग भी काफी है।
देश भर में 14 मार्च को मनाए जाने वाले होली पर्व पर इस बार होली के बाजार में चीन का कब्जा लगभग सामप्त हो चला है। अब सभी कुछ स्वदेशी है। इस बार भारत में बनी विभिन्न प्रकार की पिचकारियां व मैजिक गिलास पानी में घुले रंगों से एक दूसरे को सराबोर करने का काम करेगी तो वहीं गुलाल गनों से खुशबूदार विभिन्न रंगों वाला किसी को भी सूखे रंगों में रंगने के लिए तैयार है।
इस बार विशेष रूप से गिफ्ट पैक गुलाल भी मार्केट में हैं तो रंगबिरंगे धुएं का आनंद लेने के लिए विशेष फोग भी है। बहुत सस्ते होने के कारण बिकने वाले रेत वाले गुलाल बाजार से गायब हो चुके हैं। इस बार होली पर बच्चों से लेकर वयस्कों तक के नाप वाली टी शर्टस (इस्तेमाल करो और फंक डालो) सस्ते दामों पर उपलब्ध हैं जो महंगे कपड़ों के स्थान पर प्रयोग करके होली का आनंद कम खर्च में लेने के लिए उपलब्ध हैं तो बाल खराब नहीं हों उसके लिए मुखौटे वाले बालों के अलावा मार्केट में श्रीलंकाई क्रिकेटर मलिंगा जैसे घुंघराले बड़े बाल उपलब्ध हैं। मलिंगा बाल के नाम से बिक रहे इन बालों की भी बाजार में काफी मांग है।
सनातन के उभार से होली का व्यापार भी बढ़ा
पिछले कई दशकों से होली के सामान का होलेसेल कारोबार कर रहे सुशील मग्गो की माने तो चीन निर्मित होली का सामान बाजार में लगभग गायब है। उससे बढिय़ा क्वालिटी और डिजाइनों वाला स्वदेशी सामान ही लोगों की बड़ी पसंद है। लोग अब अपने त्योहारों के प्रति श्रद्धा, उत्साह और एकता अब ज्यादा मुखर हो रहे है जिससे व्यापार में करीब 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। लोग बढिय़ा सामान ही मांग रहे हैं और नए नए डिजाइन सभी को भा भी रहे हैं।