हिसार, 2 जुलाई (हप्र)
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (हकृवि) में 21 दिनों से चल रहा छात्र आंदोलन मंगलवार देर रात सरकार द्वारा सात मांगें माने जाने के बाद समाप्त हो गया। कुल आठ में से सात मांगों पर सहमति बनी, जिनमें सबसे अहम कुलपति को हटाने के लिए 20 दिन में जांच कमेटी गठित करने का वादा शामिल है।
छात्रों ने सरकार से लिखित आश्वासन मिलने के बाद धरना समाप्त करने की घोषणा की। छात्र प्रतिनिधियों ने कहा कि वे सरकार पर भरोसा करते हैं कि वादे पूरे किए जाएंगे। भाजपा विधायक रणधीर पनिहार ने धरनास्थल पहुंचकर मध्यस्थता की भूमिका निभाई और छात्रों को आश्वासन दिया। इसके बाद छात्रों ने लड्डू बांटकर आंदोलन समाप्त किया।
10 जून को स्कॉलरशिप में कटौती के विरोध में छात्रों ने वीसी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया था, जिसमें सुरक्षाकर्मियों से झड़प हुई। उसी रात वीसी आवास पर प्रदर्शन के दौरान छात्रों पर कथित लाठीचार्ज हुआ, जिसमें कई छात्र घायल हुए। इस मामले में एक सहायक प्रोफेसर गिरफ्तार किया गया है।
11 जून से छात्र 4 नंबर गेट पर तंबू लगाकर धरना दे रहे थे, जो 1 जुलाई की रात 11 बजे समाप्त हुआ।
प्रशासन की ओर से लिए गए निर्णय
- स्नातकोत्तर शिक्षा अधिष्ठाता डॉ. कमल दत्त शर्मा को हटाकर चार्ज डॉ. रमेश कुमार को सौंपा गया।
- कुलपति के सचिव कपिल अरोड़ा को रजिस्ट्रार कार्यालय में नियुक्त किया गया।
- ओएसडी प्रो. अतुल ढींगड़ा को पद से हटाया गया।
- हॉस्टल वार्डन दलिप बिश्नोई और डॉ. बास कौर को पद से हटाया गया।
- मुख्य सुरक्षा अधिकारी सुखबीर सिंह निलंबित कर केवीके फतेहाबाद भेजा गया।
- छात्रवृत्ति और एलडीवी सीटों के पुराने नियम सत्र 2024-25 में यथावत रहेंगे।
इससे पहले 25 जून को छात्र कल्याण निदेशक प्रोफेसर मदन खीचड़ को हटाते हुए इसका चार्ज कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता प्रोफेसर एसके पाहुजा को दे दिया गया था।