हिसार, 14 मई (हप्र)
आधुनिक तकनीकों से शीघ्र जांच कर टीबी के मरीजों को सटीक उपचार देने का एक पायलट प्रोजेक्ट हिसार को मिला है। विदेशी संस्था यूएस-ऐड के आईडीडीएस कार्यक्रम के तहत यह प्रोजेक्ट हिसार को मिला है जिसमें टीबी के मरीजों की हर तरह की जांच मात्र 24 घंटे में हो जाएगी। यह प्रोजेक्ट शनिवार को स्वास्थ्य सेवाएं विभाग की महानिदेशक डॉ. वीना सिंह एवं उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी की अध्यक्षता में आयोजित कार्यशाला में लांच किया। प्रोजेक्ट के सकारात्मक परिणाम मिलने के बाद इसको देशभर में लागू किया जाएगा जो टीबी उन्मूलन में कारगार साबित होगा। दो संस्थाएं तीन और छह महीने में सर्वे करेगी। उसके बाद रिपोर्ट सरकार को भेजी जाएगी। अगर, रिपोर्ट सकारात्मक आती है तो इस प्रोजेक्ट को पूरे देश में शुरू किया जाएगा।
क्षय रोगी की पहचान कर उन्हें उच्चतम और गहन जांच परीक्षण सेवाएं प्रदान की जाएगी। फिलहाल हिसार व आसपास के क्षेत्रों से रोगी चंडीगढ़ एवं दिल्ली टीबी जांच एवं इलाज के लिए जाते हैं लेकिन अब डीआरटीबी डायग्नोस्टिक सॉल्यूशन मॉडल से उन्हें स्थानीय स्तर पर ही ये सेवाएं उपलब्ध हो जाएंगी।