Himani Murder Case : हरियाणा पुलिस ने एसआईटी का किया गठन, हुड्डा बोले - महिलाओं के खिलाफ अपराध चिंता का विषय
चंडीगढ़, 3 मार्च (भाषा)
Himani Murder Case : हरियाणा पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ता हिमानी नरवाल की हत्या के मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। हिमानी का शव शनिवार को रोहतक जिले में एक बस स्टैंड के पास सूटकेस में मिला था। एक पुलिस अधिकारी ने रविवार को बताया कि विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है और रोहतक पुलिस की चार टीम घटना में शामिल अपराधियों की तलाश कर रही हैं।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि हिमानी (22) रोहतक के विजय नगर में रहती थीं। सूटकेस को कुछ राहगीरों ने देखा, जिन्होंने पुलिस को सूचित किया। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि उन्होंने हिमानी हत्या मामले के संबंध में रोहतक के पुलिस अधीक्षक (एसपी) से बात की है। उन्होंने कहा कि पुलिस और सरकार को पीड़ित परिवार के लिए शीघ्र न्याय सुनिश्चित करना चाहिए।
कांग्रेस नेता और रोहतक से पार्टी विधायक बी बी बत्रा ने कहा कि हिमानी पार्टी की ‘‘बहुत अच्छी और सक्रिय'' कार्यकर्ता थीं। बत्रा ने कहा कि हिमानी विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेती थीं और उन्होंने 'भारत जोड़ो यात्रा' में भी भाग लिया था। बत्रा ने कहा, ‘‘जिन लोगों ने अपराध किया, उन्हें कड़ी सजा मिलनी चाहिए।''
हुड्डा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हरियाणा में खासकर महिलाओं के खिलाफ अपराध में वृद्धि गंभीर चिंता का विषय बनी हुई है।'' जब पत्रकारों ने पूछा कि हिमानी के परिवार ने आरोप लगाया है कि उनकी पार्टी के कुछ नेता कम समय में राजनीति में उनके (हिमानी) काफी आगे बढ़ने से ईर्ष्या करते थे, तो हुड्डा ने कहा, ‘‘(हत्या मामले में) अपराधी अपराधी है, चाहे वह पार्टी में हो या कोई और, अपराधी को सजा मिलनी चाहिए।''
कानून-व्यवस्था को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत सरकार पर निशाना साधते हुए हुड्डा ने कहा, ‘‘कांग्रेस कार्यकर्ता हिमानी की हत्या के बाद एक बार फिर राज्य की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।'' हुड्डा ने कहा, ‘‘हाल में मुख्यमंत्री के गृहनगर नारायणगढ़ में भी बसपा (बहुजन समाज पार्टी) के एक नेता की हत्या कर दी गई। पिछले साल बहादुरगढ़ में इनेलो (इंडियन नेशनल लोकदल) प्रदेश अध्यक्ष की हत्या कर दी गई थी और हांसी में जजपा (जननायक जनता पार्टी) नेता की हत्या कर दी गई थी। इससे पहले राज्य में छह से अधिक विधायकों को फिरौती की धमकियां मिल चुकी हैं।''