फरीदाबाद, 13 मई (हप्र)
दिल्ली के बदरपुर बॉर्डर से होडल के करमन बॉर्डर तक राष्ट्रीय राजमार्ग-19 पर शुक्रवार को केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने एनएचएआई के अधिकारियों के साथ दौरा किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर कई स्थानों पर आवागमन में समस्याएं आ रही हैं। लोगों से सलाह मशविरा करके राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ मिलकर इन समस्याओं का आपसी समन्वय के साथ समाधान किया जाएगा।
कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर शहरों में अलग-अलग वार्डों की समस्याएं हैं, वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के खेेत, पशुओं के घेर, स्कूल, श्मशानघाट, सामुदायिक केंद्र सहित अन्य गांव के सामूहिक स्थानों पर समस्याएं हैं। उन्होंने कहा कि आने-जाने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग पर क्रॉसिंग न होने के कारण आवागमन में बाधा हो रही है और कई किलोमीटर के चक्कर काटकर लोगों को आना-जाना पड़ रहा है। इसके अतिरिक्त खेतों से पशुओं का चारा लाने, फसलें लाने में भी लोगों को समस्याएं आ रही हैं। लोगों की समस्याओं को दूर करने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग के प्रशासनिक और तकनीकी अधिकारियों के साथ मंत्री ने निरीक्षण किया और लोगों की मांग के अनुरूप समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन भी दिया है। कृष्णपाल गुर्जर ने बदरपुर बॉर्डर से निरीक्षण किया। इनमें पहले मेवला के यू-टर्न के पास पीयूबी बनाने, नीलम चौक पर आरयूबी, बल्लभगढ़ अनाज मंडी के पास तकनीकी अधिकारियों के अवलोकन के बाद पीयूबी या आरयूबी, सीकरी गांव में पीयूबी बनाने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर विधायक जगदीश नायर, दीपक मंगला, प्रवीण डागर, चरण सिंह तेवतिया, भाजपा नेता टिपरचंद शर्मा, किरणपाल खटाना, राजमार्ग प्राधिकरण के प्रोजेक्ट निदेशक वीके जोशी, डीजीएम धीरज सिंह, परियोजना प्रमुख वैभव शर्मा, प्रधान अभियंता बृजेश कुमार मौजूद थे।
पलवल में बनेगी रिपोर्ट
पलवल (हप्र) : केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने पलवल जिले में बघौला में वीयूबी, असावटा मोड पलवल पर पीयूबी, फुलवाड़ी मोड़ पर पीयूबी, बामनीखेड़ा में वीयूबी, गांव मित्रोल में पीयूबी, औरंगाबाद गांव में वीयूबी, तूमसरा गुर्जर में वीयूबी, खटेला-सीहा मोड पर पीयूबी, मुडकटी में वीयूबी, बंचारी में पीयूबी की जरूरत पर भी रिपोर्ट तैयार करने को कहा। वहीं होडल के गौडोता चौक और भुलवाना गांव में तकनीकी अधिकारी यह देखेंगे कि हाईवे पर कहां ओवरब्रिज, फुटओवर ब्रिज, अंडर ब्रिज अथवा कुछ अन्य निर्माण की आवश्यकता है।