शाहाबाद मारकंडा, 15 मई (निस)
जहां एक और प्रदेश सरकार नागरिकों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने का दावा कर रही है वहीं शाहाबाद स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र केवल 2 डाक्टर चला रहे हैं। अगर बात की जाए नए भवन की, तो किसी को नहीं पता कि इसके दिन कब अच्छे आएंगे। इसकी बिल्डिंग पर भी लोक निर्माण विभाग व स्वास्थ्य विभाग की अलग-अलग राय है। ऐसा खुलासा आर.टी.आई. में हुआ है जिसमें लोक निर्माण विभाग ने 100 बैड की बिल्डिंग बनाने का दावा किया है वहीं सिविल सर्जन के अनुसार 50 बैड तथा शाहाबाद स्वास्थ्य विभाग ने इसे 70 बैड की बिल्डिंग बताया है।
आरटीआई कार्यकर्ता राकेश बैंस ने कहा कि तीनों विभागों से मिली जानकारी परस्पर विभिन्न है। नई बिल्डिंग जनता को समर्पित कर दिए जाने के बाद भी यहां पर मात्र दो चिकित्सक इलाज कर रहे हैं और यह केवल एक रेफरल अस्पताल बनकर रह गया है। उन्होंने दावा किया कि दोपहर 2 बजे के बाद पूरी बिल्डिंग पर ताला लटक जाता है और सुविधाएं शून्य हैं।