भिवानी, 13 सितंबर (हप्र)
बढ़ते प्रदूषण से फैल रही बीमारियों से निपटने के लिए अब स्वास्थ्य विभाग ने भी जागरूता अभियान छेड़ा है। इसके लिए प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में निदेशक स्तर के अधिकारी को राज्य का नोडल अधिकारी भी नियुक्त किया गया है।
नोडल अधिकारी एवं स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डा. रणदीप पूनिया ने सोमवार को भिवानी का दौरा कर डॉक्टरों को जनजागरण अभियान के लिए विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रदूषण से होने वाली बीमारियों और उनसे निपटने के लिए प्रदेशभर में स्वास्थ्य विभाग की ओर से मुहिम छेड़ी जा रही है। डाॅ. पूनिया ने कहा कि वायु प्रदूषण स्वास्थ्य के लिए बड़ा जोखिम है। इससे अस्थमा, ब्रोंकाईटिस जैसी सांस की बीमारियां होती हैं, यही नहीं फेफड़ों के कैंसर का खतरा भी इससे बढ़ जाता है। ह्रदय रोग और स्ट्रोक आदि दीर्घाकालिक प्रभाव के रूप में देखे जा सकते हैं। डॉ पूनिया ने कहा कि वायु प्रदूषण से सबसे अधिक जोखिम वालों में पांच साल से कम उम्र के बच्चे, गर्भवती महिलाएं, बुजुर्ग, सांस व ह्रदय के रोगी शामिल हैं। ऐसे लोगों पर प्रदूषण का सबसे ज्यादा असर देखने को मिलता है।
‘तीसरी लहर से निपटने के हों पुख्ता इंतजाम’
स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक कार्यालय में नियुक्त निदेशक डॉ. रणदीप पूनिया ने सोमवार को भिवानी का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर निर्देश दिए। डॉ. पूनिया ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे कोविड-19 की तीसरी लहर की संभावना के चलते अपनी तैयारियां पूरी रखें। उन्होंने कहा कि तीसरी लहर का बच्चों पर अधिक असर होने की संभावना जताई जा रही है, ऐसे में चिकित्सा संस्थानों में समुचित चिकित्सा प्रबंध होने जरूरी हैं।