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स्वास्थ्य विभाग ने 66 गांव टीबी मुक्त घोषित किए

एडीसी ने पंचायत प्रतिनिधियों को प्रशंसा पत्र देकर किया सम्मानित
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करनाल में शुक्रवार को सरपंचों व प्रतिनिधियों को शपथ दिलाते एडीसी। -हप्र
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रमेश सरोए/ हप्र

करनाल, 28 मार्च

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जिले की 66 ग्राम पंचायतें टीबी मुक्त हो गई, इन गांवों में एक भी टीबी का मरीज नहीं मिला। इसके चलते स्वास्थ्य विभाग ने इन सभी ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त घोषित कर दिया, जो इन ग्रामवासियों के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है। ग्राम पंचायतों के कार्यों को देखते हुए इन ग्राम पंचायतों को शुक्रवार को स्थानीय लघु सचिवालय के सभागार में स्वास्थ्य विभाग द्वारा राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित टीबी मुक्त ग्राम पंचायत सम्मान समारोह में स्मृति चिन्ह और प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया। इनमें 14 ग्राम पंचायतें ऐसी थीं, जो दूसरी बार टीबी मुक्त ग्राम पंचायत के रूप में सम्मानित हुई हैं, उन्हें रजत पुरस्कार से सम्मानित किया गया और 52 ऐसी ग्राम पंचायतें थीं, जो पहली बार टीबी मुक्त ग्राम पंचायत के रूप में सम्मानित हुई हैं, उन्हें कांस्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

अतिरिक्त उपायुक्त यश जालुका ने सभी 66 ग्राम पंचायतों को बधाई देते हुए कहा कि जिन पंचायतों को दूसरी बार पुरस्कार मिला है, उन्हें इस पहल को आगे भी जारी रखना है और जिन पंचायतों को पहली बार पुरस्कार मिला है, उन पंचायतों को और ग्राम पंचायतों को भी जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि 24 मार्च, 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा टीबी मुक्त भारत अभियान लांच किया गया था, इस अभियान में 6 इंडिकेटरों द्वारा टीबी फ्री पंचायत का आकलन किया जाता है। इस मुहिम के लिए 66 ग्राम पंचायतों ने आवेदन दिया था, सभी ग्राम पंचायतेें टीबी मुक्त घोषित हुई हैं।

उन्होंने कहा कि टीबी मुक्त ग्राम पंचायत पुरस्कार प्राप्त करने के लिए ग्राम पंचायत को एक साल तक संबंधित शर्तें पूरी करनी होती हैं और जो नियम पूरे करती हैं, उन ग्राम पंचायतों को महात्मा गांधी की कांस्य मूर्ति, 2 साल तक पूरा करने वाली ग्राम पंचायतों को रजत मूर्ति व 3 वर्ष पूरा करने पर स्वर्ण मूर्ति दी जाती है। अतिरिक्त उपायुक्त ने जिन ग्राम पंचायतों को सम्मानित किया तथा उन्हें टीबी मुक्त भारत के लिए शपथ भी दिलवाई। इस मौके पर जिला क्षय रोग अधिकारी एवं उप सिविल सर्जन डॉ. सिम्मी कपूर, डीपीओ कमल शर्मा, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व कर्मचारी सहित संबंधित ग्राम पंचायतों के सरपंच उपस्थित थे।

ये ग्राम पंचायतें कांस्य पुरस्कार से सम्मानित

चिड़ाव की ग्राम पंचायत घोघड़ीपुर, अलीपुर वीरान, बड़ौता, बीड़ माजरा, बुड्ढनपुर वीरान, हथलाना, हेमदा, पींगली, शाहपुर, सिरसी, जरीफाबाद, घरौंडा की ग्राम पंचायत गढ़ी मुल्तान व हसनपुर, असंध की ग्राम पंचायत अछनपुर, बिलौना, चौगामा, डेरा पिंडोरिया, खांडा खेड़़ी, कौल खेड़ा, ललैन, पबाना, झीमरी खेड़ा, अलान खेड़ा, इंद्री की ग्राम पंचायत धूमसी जागीर, गौरगढ़, इंद्र गढ़, जैनपुर साधान, जनेसरों, मूसेपुर, पंजोखड़ा, पटहेड़ा, रामपुरा, टपरियों, उमरपुर खालसा, करनाल की ग्राम पंचायत कलामपुरा, कुंजपुरा की ग्राम पंचायत कुंडा कलां, लंडौरा, नलवी खुर्द, मूनक की ग्राम पंचायत कुरलन व ठरवा माजरा, नीलोखेड़ी की ग्राम पंचायत गालिब खेड़ी, मंचूरी, पतनपुरी, संधीर, सोलो, निसिंग की ग्राम पंचायत चकदा, फतेहगढ़, गोबिंदगढ़, मोतिया, प्रेम खेड़ा, रंजीत नगर और सौदापुर को कांस्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

ये ग्राम पंचायतें रजत पुरस्कार से सम्मानित

नीलोखेड़ी से पूजम, यूनिसपुर, बराना खालसा, बाकीपुर, राजगढ़, मनक माजरा, अमरगढ़, लाठरों, इंद्री से कदाराबाद, बुढनपुर खालसा, बुढेड़ी, दमनहेड़ी, मनोहरपुर को रजत पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

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