अम्बाला शहर, 10 मई (हप्र)
स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ काले बिल्ले लगा रोष प्रदर्शन किया और मानवता का पाठ पढ़ाया। स्वास्थ्य विभाग में लगे नेशनल हेल्थ मिशन में कार्यरत एंबुलेंस सेवा 108 स्टाफ नर्स ठेका प्रथा आउटसोर्सिंग पॉलिसी वन और टू पर लगे कर्मचारियों के समर्थन में रेगुलर कर्मचारी भी आए। डॉक्टरों ने काले बिल्ले लगाकर नैतिक समर्थन दिया। यूनियन के प्रदेश संगठन मंत्री दिनेश कौशिक ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में लगे सभी कर्मचारी मानवता को बचाने पर लगे हैं फिर भी सरकारों की तरफ से इनकी अनदेखी की जा रही है। अगर प्रदेश में इन कोरोना योद्धाओं के खिलाफ ऐसे ही षड्यंत्र रचे गए, शोषण होता रहा तो उसका खामियाजा सरकार को भुगतना पड़ेगा। कौशिक ने कहा आज से सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ बिगुल बजा दिया है। इस मौके पर जिला एंबुलेंस प्रधान दौलत राम, ठेका जिला प्रधान पंकज कुमार, नवीन कुमार, कैशियर देवी चंद, पुष्पेंद्र कुमार, नवीन कुमार, रवि कुमार, स्टाफ नर्स सतवंत कौर सहित बड़ी संख्या में ठेका कर्मचारी प्रदर्शनों में मौजूद रहे।
ठेकेदारी प्रथा समाप्त की जाए: कौशिक
यूनियन के प्रदेश संगठन मंत्री दिनेश कौशिक ने मुख्य मांगों के बारे चर्चा करते हुए कहा कि विभाग से ठेकेदारी प्रथा समाप्त की जाए। सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को मानते हुए समान काम समान वेतन लागू हो। नेशनल हेल्थ मिशन के कर्मचारियों के वेतन संबंधित त्रुटियों को दूर कर सातवां वेतन लागू हो। रेगुलर स्टाफ नर्स को अनुभव के आधार पर वेतन बढ़ोतरी, 5400 ग्रेड पे लागू किया जाए। सभी जिलों में ठेका प्रथा पर पुराने अनुभवी कर्मचारियों को तुरंत ज्वाइन करवाया जाए और रुका हुआ वेतन दिलवाया जाए। प्रदेश में एएनएम का ग्रेड 2400 से 4200 किया गया । ऐसे ही रेगुलर डॉक्टर, स्टाफ नर्स के ग्रेड पे में भी बढ़ोतरी की जाए। प्रदेश में सिक्योरिटी गार्ड को 3 महीने की बजाय 1 साल का कॉन्ट्रेक्ट किया जाए। सक्षम के तहत लगे कार्यकर्ताओं को स्थाई रोजगार मिले।