पलवल,19 जुलाई (हप्र)
पलवल जिले के हसनपुर कस्बा में व्याप्त बिजली की समस्या से परेशान लोगों ने मंगलवार को बिजली निगम के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन करते हुए हसनपुर पावर हाउस का शटर बंद कर दिया तथा लगभग 8 घंटे तक किसी भी विभागीय अधिकारी को पावर हाउस में घुसने तक नहीं दिया। लोगों में इतना आक्रोश था कि उन्होंने बिजली विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वहीं प्रदर्शन की सूचना आसपास के गांवों तक भी पहुंच गई और गांव अतवा, नाई-नंगला, सदुआगढ़ी, कुशक आदि दर्जनों गांवों के किसान भी पावर हाउस पहुंच गए। पावर हाउस का शटर बंद करने की सूचना मिलते ही एक्सईन संदीप दलाल व एसडीओ बिजेंद्र सिंह भी मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं माने। काफी देर के प्रयास के बाद एक्सईन के आश्वासन पर ही लोगों ने प्रदर्शन बंद कर पावर हाउस का शटर खोला।
ग्रामीणों का कहना था कि हसनपुर गांव में लगभग दो महीने से बिजली की समस्या बनी हुई है। विभाग के अधिकारी समस्या को सुनने को तैयार नहीं हैं। जगह-जगह बिजली के पोल टूटे हए हैं, बिजली के तारों की जर्जर हालत हो चुकी है, जिसके कारण आए दिन बिजली की समस्या पैदा हो जाती है। पूरे दिन में केवल तीन से चार घंटे ही बिजली मिलती है। उनका आरोप था कि यहां हल्की बूंदाबांदी होने से ही गांव की बिजली को काट दिया जाता है। पेडों के ऊपर से गुजर रहे बिजली के तारों के कारण बार-बार फाल्ट होता रहता है। जर्जर हो चुके बिजली के तार नहीं बदले जाने के कारण आए दिन बिजली की समस्या बनी रहती है। गांव में कहीं भी बिजली खराब होने पर पूरे गांव की बिजली सप्लाई बंद कर दी जाती है। इस दौरान लोगों ने अधिकारियों से जगह-जगह सर्किट लगवाने की मांग की ताकि जिस क्षेत्र की बिजली खराब हो, वहीं की लाइन बंद की जा सके।
वहीं किसानों, ग्रामीणों ने बिजली विभाग के कर्मचारियों पर रिश्वत लेकर बिजली चलाने का भी आरोप लगाया। किसानों ने कहा कि खेतों में धान, ज्वार, बाजरे की फसल बिजली नहीं आने के कारण सूख रही है। बार-बार शिकायत करने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही। अगर समय रहते बिजली समस्या का समाधान नहीं हुआ तो किसानों को भारी नुकसान उठाना पडेेगा।
क्या कहते हैं एक्सईएन
बिजली विभाग के एक्सईन संदीप दलाल ने कहा कि अगले 15 दिन के अंदर हसनपुर व आसपास के गांवों में बिजली की समस्या का पूरी तरह समाधान कर दिया जाएगा वहीं लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी तथा जहां-जहां बिजली के तार जर्जर हो गए हैं, उन्हें बदल दिया जाएगा।