कुरुक्षेत्र, 6 दिसंबर (हप्र)
धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में भारतीय सभ्यता व संस्कृति पर आधारित हिन्दी फिल्म 48 कोस की शूटिंग जारी है। फिल्म की शूटिंग कुरुक्षेत्र के विद्या भारती संस्थान परिसर के अलावा वात्सल्य वाटिका में रविवार को की गई।
यहां विद्या भारती परिसर में यशबाबू एंटरनेटमेंट द्वारा निर्मित इस फिल्म में अहम किरदार निभा
रहे पंकज बेरी के साथ फिल्म के निर्माता राजिन्द्र वर्मा व अन्य कलाकार जागृति ठाकुर, पारुल कौशिक, अनिल वर्मा, विकास रलहन, जस्सी रलहन, अनमोल काठपाल सहित डॉ़ रामेन्द्र सिंह, गौरव चौधरी, स्वामी हरिओम दास परिव्राजक आदि मौजूद रहे।
फिल्म में गुरुकुल के आचार्य का किरदार निभा रहे प्रसिद्ध फिल्म कलाकार पंकज बेरी व फिल्म के अन्य कलाकार आज पत्रकारों से रूबरू हुए। बातचीत करते हुए बेरी ने बताया कि हरियाणवी फॉक म्यूजिक को सरकार की ओर से बढ़ावा मिलना चाहिए क्योंकि हरियाणवी फॉक म्यूजिक किसी भी लिहाज से पंजाब के फॉक म्यूजिक से कम नहीं है। आज हरियाणा की संस्कृति और भाषा ने बॉलीवुड का ध्यान खींचा है। अंबाला के बलदेव नगर में जन्मे पंकज बेरी हिन्दी सिनेमा और टीवी धारावाहिकों में सक्रिय हैं। वे कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के विद्यार्थी रह चुके हैं।
हंसी से भरपूर नाटक में कलाकारों ने खाेली भ्रष्टाचार की पोल
कुरुक्षेत्र (हप्र) : व्यवस्था में भ्रष्टाचार के जरिये पांव जमाने वाले लोग जब फंसते हैं तो कोई भी उनका सहारा नहीं बनता। ऐसा ही कुछ देखने को मिला हरियाणा कला परिषद् द्वारा आयोजित साप्ताहिक आनलाईन संध्या में। रविवार को नाटक सैंया भए कोतवाल का मंचन किया गया। हास्य-व्यंग्य से भरपूर नाटक नाटक सैंया भए कोतवाल में व्यवस्था पर चोट करते हुए कलाकारों ने भ्रष्टाचार की पोल खोलने का कार्य किया। तमाशा शैली में मंचित नाटक में सूर्यपुर नगर की कहानी को दिखाया गया। वसंत सबनीस द्वारा लिखित नाटक का निर्देशन हरियाणा कला परिषद के निदेशक संजय भसीन ने किया। प्रस्तुति संयोजक के रूप में विकास शर्मा ने अपनी भूमिका अदा की। नाटक में कोतवाल की भूमिका में रंगकर्मी व प्राध्यापक शिव कुमार किरमच, हवलदार की भूमिका में साजन कालड़ा व मैनावती की भूमिका में पारुल कौशिक थे। सख्या के किरदार में आश्रय शर्मा ने मनोरंजन किया। संगीत संचालन अनिल संदूजा का रहा।