गोहाना, 15 अप्रैल (निस)
हरियाणा कला परिषद के रोहतक मंडल के तत्वावधान में सत्यराज हरियाणवी लोक कला सदन-ढिगाना के ग्रामीण कलाकार हरियाणा की सबसे बड़ी रसोई बना रहे हैं। यहां 21 चूल्हों पर एक साथ हरियाणा के पुराने व्यंजन बनेंगे।
तीन दिन का यह आयोजन गोहाना में कबीर आश्रम में शुरू हो गया है। मिट्टी की लिपाई-पुताई के साथ 21 रसोई बनाई जाएंगी। रसोई का नाम प्रत्येक प्रतिभागी के नाम पर रखा जाएगा। यहां चूल्हा, अंगीठी, हारा, प्याण, कोठी, कुठला और बोहिया सहित अन्य पुराने बर्तनों को प्रयोग किया जाएगा। हरियाणा कला शैली में रसोई की साज-सज्जा होगी। 3 दिवसीय कार्यक्रम में हर दिन हरियाणा के पुराने ग्रामीण परिवेश से जुड़े अलग-अलग व्यजंन बनाये जाएंगे। गोहाना के सन्त कबीर आश्रम में धानक समाज सुधार शिक्षा सभा अध्यक्ष रामकुमार माहरा ने इसका शुभारंभ किया। मुख्य अतिथि थियेटर कलाकार हनीफ खान और डा. सुशील कुमार रहे। इस मौके पर राजन इंदौरा, सरोज शामड़ी, रमेश देहराज, राजबीर मोई, रमेश लाठ मौजूद रहे।