हरियाणा के बेटे देवांग सेठी ने रचा इतिहास
रणजीत कुमार गुप्ता/निस
शाहाबाद मारकंडा, 11 जून
मारकंडेय ऋषि की भूमि शाहाबाद मारकंडा के लिए यह सुखद, उत्साहवर्धक व प्रेरणादायक समाचार है। हरियाणा के लाल देवांग सेठी ने पूरे देश को गौरान्वित किया है। उन्होंने एक ऐसी तकनीक विकसित की है, जो फिल्मों की सिनेमा रिकार्डिंग (एंटी पायरेसी स्क्रीन) की घटनाओं पर प्रभावी ढंग से लगाम लगाएगी। इस नवाचार को भारत सरकार ने पेटेंट प्रदान किया है, जिससे यह साबित हो गया है कि देवांग सेठी की सोच व प्रतिभा देश के लिए अमूल्य है।
देवांग सेठी ने बताया कि यह तकनीक सेंसर आधारित है और सिनेमा हाल में रिकार्डिंग को रोकती है और संबंधित व्यक्ति को सूचना भी भेजी जाती है। इससे न केवल सिनेमा की कमाई में फायदा होगा बल्कि चोरी भी रुकेगी। देवांग सेठी की इस उपलब्धि पर शाहाबाद में हर्ष की लहर है। छोटे से नगर से निकलकर वैश्विक स्तर तक पहचान बनाने वाले समीर सेठी व कविता सेठी के इंजीनियर बेटे देवांग सेठी ने अपनी कुशाग्र बुद्धि के प्रयोग से यह साबित कर दिया है कि मेहनत और लगन से हर सपना पूरा किया जा सकता है। देवांग सेठी ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपने दादा उद्योगपति एवं समाजसेवी बलदेव राज सेठी के कुशल अनुशासन और अपने पथ प्रदर्शक डा. राहुल तनेजा के मार्गदर्शन को दिया है। राज्य सरकार द्वारा भी देवांग सेठी को सम्मानित किए जाने की संभावना है।
नगर के सामाजिक, धार्मिक, औद्योगिक व राजनीतिक संगठनों के प्रतिनिधि बलदेव राज सेठी के हूडा स्थित आवास पर जाकर इस उपलब्धि के लिए उन्हें बधाई दे रहे हैं। पेटेंट नियंत्रक ने अधिकृत रूप से पेटेंट भेजा है, जो 20 वर्ष तक अनुदत्त किया गया है। उनकी इस उपलब्धि पर मंत्री कृष्ण बेदी, प्रो. सुनील गुप्ता, मारकंडा नेशनल कॉलेज के प्रिंसिपल डा. अशोक चौधरी, हैल्पर्स के प्रधान तिलकराज अग्रवाल, मारकंडा नेशनल कॉलेज प्रबंधक समिति के प्रधान यशपाल वधवा, मंडी एसोसिएशन के प्रधान स्वर्णजीत सिंह बिट्टू कालड़ा, तरलोचन सिंह हांडा ने उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।