चंडीगढ़, 12 जुलाई (टि्रन्यू)
बारिश के चलते राज्यभर में बिगड़े हालात के बीच हरियाणा सरकार के सामने अब क्लर्कों ने बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है। हरियाणा के करीब 35 हजार क्लर्क हड़ताल पर चले गए हैं। बुधवार को अधिकांश विभागों व बोर्ड-निगमों के क्लर्कों की हड़ताल के चलते सरकारी कार्यालयों में कामकाज ठप रहा। लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। प्रदेश के 98 विभागों और 138 बोर्ड-निगमों में कार्यरत क्लर्कों ने ग्रेड-पे 19 हजार 900 से 34 हजार 500 करने की अपनी पुरानी मांग उठाई है।
क्लर्क बीती पांच जुलाई से जिला स्तर पर प्रदर्शन कर रहे हैं। बुधवार से पंचकूला व चंडीगढ़ मुख्यालय के क्लर्क भी इस आंदोलन में कूद गए। मुख्यालय से लेकर जिलास्तर पर होने वाली इस हड़ताल में करीब 35000 क्लर्कों ने भाग लिया। इसके चलते प्रदेश के सरकारी कार्यालयों से आमजन तक पहुंचने वाली सेवाएं बुरी तरह से बाधित हुई। शिक्षा विभाग मिनिस्ट्रीयल स्टाफ एसोसिएशन के प्रधान राजीव जोली के अनुसार वर्ष 2014 में भी क्लर्कों ने इस मांग को लेकर आंदोलन किया था। करीब तीन दिन तक चले आंदोलन के बाद तत्कालीन हुड्डा सरकार ने क्लर्कों की मांग मान ली थी। बाकायदा अधिसूचना भी जारी कर दी थी, लेकिन वर्तमान सरकार ने हुड्डा सरकार के कार्यकाल में जारी अधिसूचना को आज तक लागू नहीं किया। जिसके चलते क्लर्कों को फिर से आंदोलन करना पड़ रहा है। जोली का कहना है कि अगर सरकार उनकी इस मांग को समय रहते पूरा नहीं करेगी तो आंदोलन को तेज किया जाएगा। इससे होने वाले प्रभावों के लिए हरियाणा सरकार जिम्मेदार होगी।
राजीव जोली के अनुसार, केंद्र और पंजाब में क्लर्कों का ग्रेड-पे 34500 है, लेकिन हरियाणा सरकार ने अभी तक क्लर्कों का ग्रेड-पे नहीं बढ़ाया है। इस समय यूटी में हरियाणा के साथ-साथ केंद्र और पंजाब के भी क्लर्क तैनात हैं, जो हरियाणा के क्लर्कों से अधिक ग्रेड-पे ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि आंदोलन में चपरासी से लेकर असिस्टेंट, डिप्टी सुपरिटेंडेंट, सुपरिटेंडेंट, बजट ऑफिसर, रजिस्ट्रार, असिस्टेंट डॉयरेक्टर, डिप्टी डॉयरेक्टर और संयुक्त निदेशक स्तर के अधिकारी भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि विभाग में कार्यरत क्लर्क कोर्ट केस, अकाउंट, स्कीम, प्रोजेक्ट इत्यादि तैयार करने का काम करते हैं, लेकिन आज तक उनका ग्रेड-पे नहीं बढ़ाया गया।