चंडीगढ़, 5 अगस्त (ट्रिन्यू)
हरियाणा में आईएएस अधिकारियों की कमी का मामला हिसार से भाजपा सांसद बृजेंद्र सिंह ने लोकसभा में उठाया। वे 20 से भी अधिक वर्षों तक हरियाणा कैडर के आईएएस अधिकारी रहे हैं। वीआरएस लेकर वे राजनीति में आए हैं। शुक्रवार को लोकसभा में आईएएस को एक्सटेंशन का उन्होंने विरोध किया।
दरअसल, प्रदेश सरकार ने हाल ही में केंद्र सरकार को पत्र भेजकर तीन वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों – पीके दास, देवेंद्र सिंह व राजीव अरोड़ा को 2-2 साल की एक्सटेंशन देने का आग्रह किया था। साथ ही, यह दलील भी दी थी कि इस साल प्रदेश के 11 वरिष्ठ आईएएस अधिकारी रिटायर हो रहे हैं। प्रदेश में आईएएस अधिकारियों की संख्या कम होगी और इससे प्रशासनिक कार्यों में बाधा आएगी।
केंद्र सरकार तीनों आईएएस को एक्सटेंशन देने से इंकार कर चुका है। ऐसे में राजीव अरोड़ा और देवेंद्र सिंह 31 जुलाई को रिटायर हो गए। पीके दास की रिटायरमेंट 31 अगस्त को होनी है। साथ ही, हरियाणा सरकार ने केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर चल रहे तीन वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों को हरियाणा वापस भेजने के लिए भी अलग से चिट्ठी लिखी है। अधिकारियों के नाम का जिक्र किए बिना बृजेंद्र सिंह ने सरकार के इस प्रस्ताव का भी संसद में विरोध किया।