Haryana Yogasan : हरियाणा में योगासन का सुनहरा दौर शुरू; योग ओलंपिक ढांचे में शामिल, खिलाड़ियों के लिए खुलेंगे नए द्वार
Haryana Yogasan : हरियाणा के खेल इतिहास में आज का दिन एक नई इबारत लिख गया। हरियाणा योगासन स्पोर्ट्स एसोसिएशन (एचवाईएसए) को हरियाणा ओलंपिक एसोसिएशन (एचओए) ने एसोसिएट सदस्यता प्रदान की है। इसका मतलब है कि अब योगासन खेल न सिर्फ राज्य स्तरीय ओलंपिक ढांचे का हिस्सा बनेगा, बल्कि खिलाड़ियों को सरकारी खेल कोटा, राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में आसान प्रवेश और अंतरराष्ट्रीय पहचान भी मिलेगी।
अब तक योगासन हरियाणा में एक मान्यता प्राप्त खेल तो था, लेकिन ओलंपिक ढांचे से बाहर होने के कारण खिलाड़ियों को सीमित अवसर मिलते थे। कई बार राष्ट्रीय स्तर की चयन प्रक्रियाओं में इस खेल के एथलीटों को गंभीरता से नहीं लिया जाता था। एचवाईएसए के सचिव डॉ. युधिष्ठिर का कहना है कि हमारे कई खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीत सकते थे, लेकिन संरचनात्मक ढांचे में जगह न होने से उनके सपने अधूरे रह जाते थे।
यहां बता दें कि 2022-2024 के बीच हरियाणा के खिलाड़ियों ने 14 राष्ट्रीय और 3 अंतरराष्ट्रीय पदक जीते। 2024 में हिसार में आयोजित राज्य स्तरीय योगासन चैंपियनशिप में 500 से अधिक खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था। भारत में 2021 से योगासन को आधिकारिक रूप से खेल के रूप में मान्यता मिली थी। नेपाल, अमेरिका, रूस और जापान में योगासन चैंपियनशिप आयोजित होती हैं और इनमें भारतीय खिलाड़ियों का दबदबा रहा है। एशियन गेम्स में योगासन को शामिल करने की चर्चा जारी है, जिससे भविष्य में ओलंपिक पदक की संभावना भी बढ़ सकती है।
यह उपलब्धि केवल संगठन की नहीं बल्कि हरियाणा के हर उस खिलाड़ी की जीत है, जिसने योगासन के लिए संघर्ष किया है। हरियाणा के हर प्रकार के खिलाड़ियों के लिए बेहतरीन वातावरण तैयार करने की कोशिश की जा रही है।
-कैप्टन जसविंद्र ‘मीनू बेनीवाल’, एचओए के अध्यक्ष।
अब हमारा लक्ष्य है कि अगले तीन वर्षों में हरियाणा को योगासन पदक तालिका में नंबर-वन राज्य बनाया जाए। हर जिले में योगासन प्रशिक्षण केंद्र खोलने की योजना है। स्वामी रामदेव के मार्गदर्शन में योग को और बढ़ावा देंगे।
-डॉ. जयदीप आर्य, एचवाईएसए के अध्यक्ष।