पर्यटन की दृष्टि से हरियाणा की बनेगी नई पहचान
चंडीगढ़, 2 जुलाई (ट्रिन्यू)
हरियाणा सरकार दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में डिजनी लैंड बनाने की तैयारी कर रही है। इसके साथ ही, राज्य को वैश्विक मंच पर तीर्थाटन के रूप में स्थापित करने के लिए सूरजकुंड में हर वर्ष तीन मेलों का आयोजन करने तथा अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव को ओर बड़े रूप में मनाने के लिए केंद्र सरकार से आर्थिक सहयोग की अपील की गई है। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने इन परियोजनाओं के संबंध में बुधवार को नई दिल्ली में केंद्रीय सांस्कृतिक एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री के साथ हरियाणा में पर्यटन को बढ़ावा देने तथा राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संजोए रखने व वैश्विक मानचित्र पर एक प्रमुख पर्यटन केंद्र के रूप में स्थापित करने के संबंध में विचार-विमर्श किया।
नायब सिंह सैनी ने कहा कि डिज्नी लैंड हरियाणा, खासकर दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के लिए एक बड़ा बदलाव लाने वाला अवसर साबित होगा। इस डिज्नीलैंड से प्रदेश के साथ-साथ देश को आर्थिक, सांस्कृतिक और सामाजिक लाभ मिलेंगे। इस परियोजना का उद्देश्य बाजार और कनेक्टिविटी का लाभ उठाकर एक विश्व स्तरीय मनोरंजन केंद्र बनाना है। इस परियोजना से हजारों प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होंगे, बुनियादी ढांचे का विकास होगा और आसपास के क्षेत्रों में भी विकास की दृष्टि से बड़ा बदलाव आएगा।
उन्होंने कहा कि गुरुग्राम में कई फॉर्च्यून कंपनियों के मुख्यालय हैं और यह राज्य की अर्थव्यवस्था में अधिकतम योगदान देता है। गुरुग्राम की आगामी ग्लोबल सिटी प्रोजेक्ट की स्थापना इस क्षेत्र में एक और उपलिब्ध होगी इसलिए प्रस्तावित डिजनी लैंड प्रोजेक्ट के लिए गुरुग्राम सबसे आदर्श स्थान होगा। इस परियोजना के लिए पचगांव चौक के पास मानेसर, जिला गुरुग्राम में लगभग 500 एकड़ भूमि को चिन्हित किया है। यह स्थल कुण्डली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेसवे और हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर पर स्थित है।
सूरजकुंड में लगेंगे तीन मेले
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश-विदेश के शिल्पकारों को एक बड़ा मंच प्रदान करने के उद्देश्य से हर वर्ष फरीदाबाद में अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड मेले का आयोजन किया जाता है। हर बार मेले की की थीम किसी एक राज्य पर आधारित होती है। उन्होंने कहा कि सूरजकुंड मेले की प्रसिद्धि को देखते हुए सरकार ने विचार किया है कि सूरजकुंड में एक दीपावली मेला तथा एक पुस्तक मेले का भी आयोजन किया जाए। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा हर साल अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का आयोजन किया जाता है, जिस दौरान सरस मेले सहित सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इन कार्यक्रमों में अंतर्राष्ट्रीय कलाकार और शिल्पकार बड़ी संख्या में भाग लेते हैं। अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव हरियाणा को एक अद्वितीय पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने का एक बड़ा मंच है। इस उद्देश्य के लिए पर्यटन मंत्रालय के सक्रिय सहयोग की आवश्यकता है।