चंडीगढ़, 1 जुलाई (ट्रिन्यू)
हरियाणा सरकार द्वारा लोगों के स्वास्थ्य चैकअप के लिए शुरू की ‘निरोगी हरियाणा’ योजना के बेहतर नतीजे सामने आए हैं। अभी तक इसके लिए 13 लाख 70 हजार से अधिक लोगों के स्वास्थ्य का चैकअप हो चुका है। इनमें से 2 लाख 13 हजार लोग किसी न किसी बीमारी से ग्रस्त मिले हैं। अब सरकार इन सभी का उपचार करवाएगी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शनिवार को आॅडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये इस योजना के लाभार्थियों के साथ सीधा संवाद किया। सीएम हर शनिवार इसी तरह किसी न किसी योजना को लेकर लोगों से चर्चा करते हैं।
शनिवार को चूंकि अंतरराष्ट्रीय डॉक्टर्स-डे था, इसलिए निरोगी योजना को चुना गया। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ़ जी़ अनुपमा, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव तथा सूचना, लोकसंपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग के महानिदेशक डॉ़ अमित अग्रवाल सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीब व जरूरतमंद नागरिकों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के संकल्प को पूरा करने के लिए शुरू की गई निरोगी हरियाणा योजना सकारात्मक परिणाम ला रही है। उन्होंने कहा कि समय पर स्वास्थ्य जांच होने से अनेक लोगों में बीमारियों का प्रारंभिक स्तर पर ही पता लग रहा है, जिससे बीमारियों का आरंभिक अवस्था में ही इलाज संभव है। लाभार्थियों ने कहा कि पहले किसी भी प्रकार के टेस्ट तभी करवाते थे, जब शरीर में कभी दर्द या कोई अन्य प्रकार की समस्या होती थी। वरना कभी टेस्ट करवाने के बारे में सोचते ही नहीं थे। ऐसी योजना चलाकर हम जैसे नागरिकों के मुफ्त में टेस्ट करवाए जा रहे हैं, इससे बड़ा लाभ हमारे लिए और कुछ नहीं हो सकता। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि ‘सर्वे भवन्तु सुखिन: सर्वे सन्तु निरामयाः’ के लक्ष्य के साथ प्रदेश के नागरिकों को उच्चकोटि की स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए सरकार संकल्पबद्ध है। निरोगी हरियाणा योजना भी अंत्योदय अभियान का ही एक हिस्सा है। योजना का उद्देश्य प्रदेश की सम्पूर्ण जनसंख्या की 2 साल में कम से कम एक बार सम्पूर्ण स्वास्थ्य जांच करना है। प्रथम चरण में 1 लाख 80 हजार रुपये तक वार्षिक आय वाले 30 लाख 60 हजार अंत्योदय परिवारों के स्वास्थ्य की जांच की जा रही है। इन परिवारों में कुल 1 करोड़ 21 लाख 54 हजार सदस्य हैं। इन सबके स्वास्थ्य की जांच के लिए अभियान चलाया जा रहा है।
स्वास्थ्य जांच के दौरान अब तक 2 लाख 13 हजार लोग किसी न किसी बीमारी से ग्रस्त मिले हैं। इनमें से लगभग 55 हजार लोग एनीमिया से ग्रस्त पाए हैं। इनमें महिलाओं की संख्या ज्यादा है। सीएम ने बहन-बेटियों से अनुरोध किया कि वे अपने स्वास्थ्य की जांच समय-समय पर करवाती रहें और डॉक्टर द्वारा दी गई आयरन की गोली अथवा अन्य दवाई समय पर लें। ब्लड प्रेशर के भी काफी मरीज मिल रहे हैं। जांच में लगभग 35 हजार से ज्यादा लोग ब्लड प्रेशर से पीड़ित पाए गए। 24 हजार 800 लोग शुगर के मरीज मिले हैं। 3000 बच्चों में कुपोषण के लक्षण पाए गए। टीबी के 1257 और कैंसर तक के मरीज जांच में मिले हैं। साढ़े 23 हजार लोगों को अस्पतालों में इलाज के लिए रेफर भी किया गया और अधिकतर का इलाज हो गया है या चल रहा है। इससे पता चलता है कि स्वास्थ्य की जांच करवाना कितना जरूरी है। योजना में 25 से अधिक मानकों पर वार्षिक स्वास्थ्य जांच की सुविधा मुफ्त उपलब्ध करवाई जा रही है।
80 लाख के बन चुके आयुष्मान कार्ड
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि पैसे की कमी के कारण इलाज न करवाने की गरीब लोगों की पीड़ा को समझते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीब परिवारों के उपचार के लिए प्रधानमंत्री जनआरोग्य आयुष्मान भारत योजना शुरू की है। प्रदेश सरकार ने भी इसका विस्तार करते हुए चिरायु हरियाणा योजना को आरंभ किया है। इसमें 1 लाख 80 हजार रुपये तक वार्षिक आय वाले परिवारों को 5 लाख रुपये वार्षिक का स्वास्थ्य कवर मिल रहा है। अब इसमें 3 लाख रुपये तक वार्षिक आय वाले परिवार भी शामिल किये जाएंगे। योजना में प्रदेश के लगभग 29 लाख परिवार कवर हो रहे हैं। प्रदेश में लगभग 1.11 करोड़ व्यक्ति आयुष्मान भारत-चिरायु योजना के पात्र हैं। योजना में लगभग 80 लाख लोगों के आयुष्मान भारत-चिरायु कार्ड बन चुके हैं।
दिनचर्या में योग व व्यायाम जरूरी : मनोहर
मुख्यमंत्री ने कहा कि बीमारी से बचना बीमार होने से बेहतर है। इसलिए अपने शरीर को स्वस्थ बनाए रखें ताकि बीमार हो न हों। इसके लिए उन्होंने नागरिकों से अपील की कि अपनी दिनचर्या में योग अथवा व्यायाम को अवश्य शामिल करें। साथ ही स्वस्थ खानपान पर ध्यान दें। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद शरीर को निरोगी रखने की बहुत पुरानी पद्धति है। इसलिए सरकार ने गांवों में योगशालाएं/ व्यायामशालाएं खोली हैं ताकि लोग योग व व्यायाम करके अपने शरीर को निरोगी रखें।