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Haryana wheat procurement: कुमारी सैलजा बोलीं- गेहूं खरीद को लेकर मंडियों में हैं अव्यवस्थाएं

सिरसा, 31 मार्च (हप्र) Haryana wheat procurement:  हरियाणा में एक अप्रैल से गेहूं खरीद शुरू होने जा रही है, लेकिन अब तक तैयारियों की कमी को लेकर कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा...
कुमारी सैलजा।
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सिरसा, 31 मार्च (हप्र)

Haryana wheat procurement:  हरियाणा में एक अप्रैल से गेहूं खरीद शुरू होने जा रही है, लेकिन अब तक तैयारियों की कमी को लेकर कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि सरकार भले ही किसानों के हितैषी होने का दावा करती हो, लेकिन जमीनी हकीकत इसके विपरीत है। मंडियों में बारदाना उपलब्ध नहीं है, गेहूं उठान के लिए टेंडर तक जारी नहीं किए गए हैं और बुनियादी सुविधाओं का अभाव बना हुआ है।

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मंडियों में अव्यवस्थाओं का अंबार

कुमारी सैलजा ने कहा कि प्रदेश की मंडियों में पीने के पानी, स्ट्रीट लाइट और अन्य सुविधाओं का घोर अभाव है। सरकार केवल घोषणाएं करने में लगी हुई है, लेकिन धरातल पर स्थिति बेहद चिंताजनक बनी हुई है।

उन्होंने कहा कि सरसों खरीद प्रक्रिया में भी सरकार किसानों के साथ खेल कर रही है। अंबाला, करनाल, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर और कैथल में रविवार को सरसों की खरीद नहीं हुई, जबकि जहां हुई, वहां उठान की गति बेहद धीमी रही। उन्होंने हिसार अनाज मंडी का उदाहरण देते हुए कहा कि 12,149 क्विंटल सरसों की खरीद हुई, लेकिन मात्र 3,000 क्विंटल का ही उठान हो पाया।

किसानों के लिए मुश्किलें बढ़ीं

फतेहाबाद, सिरसा, चरखी दादरी और पानीपत की मंडियों में भी बदइंतजामी का आलम है। कुमारी सैलजा ने कहा कि सरकार दावा कर रही है कि उसने रबी सीजन 2025-26 की खरीद प्रक्रिया पूरी कर ली है, लेकिन हकीकत यह है कि गेहूं और सरसों खरीद के लिए अभी तक टेंडर जारी नहीं हुए हैं। उन्होंने सरकार से मांग की कि मंडी में आने वाले किसानों को बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराई जाएं, समय पर भुगतान किया जाए और अनाज उठान प्रक्रिया को सुचारू किया जाए।

हिसार एयरपोर्ट धांधली पर भी साधा निशाना

कुमारी सैलजा ने हिसार एयरपोर्ट निर्माण में पीडब्ल्यूडी की धांधली पर डीजीसीए (नागर विमानन महानिदेशालय) की नाराजगी को सरकार के लिए शर्मनाक करार दिया। उन्होंने कहा कि डीजीसीए द्वारा पीडब्ल्यूडी को एयरपोर्ट के काम से हटाना, सरकार की बड़ी नाकामी को उजागर करता है। उन्होंने आरोप लगाया कि 180 करोड़ रुपये की लागत से बनी एयरपोर्ट बाउंड्री वॉल बिना नींव के बनाई गई, जिसे डीजीसीए ने अपनी रिपोर्ट में उजागर किया है। कुमारी सैलजा ने इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों को दंडित करने की मांग की है।

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