Haryana Weather: भारी बारिश व ओलावृष्टि से मंडियों में भीगा गेहूं, तिरपाल भी नहीं आए काम
जसमेर मलिक/हप्र, जींद, 5 मई
Haryana Weather: जींद जिले में रविवार रात को तेज बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों और मंडी व्यापारियों की चिंता बढ़ा दी। जिले में औसतन 10 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जिसमें सबसे अधिक 19 मिमी बारिश पिल्लूखेड़ा में और सबसे कम 2 मिमी सफीदों में हुई। बारिश के चलते अनाज मंडियों में खुले में पड़ी गेहूं भीग गई, जिससे किसानों और व्यापारियों को भारी नुकसान का अंदेशा है।
कहां कितनी बारिश हुई
जींद में 5.4 मिमी, नरवाना 9 मिमी, सफीदों 2 मिमी, जुलाना 12 मिमी, उचाना 6 मिमी, अलेवा 17 मिमी और पिल्लूखेड़ा में 19 मिमी वर्षा दर्ज की गई। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में और बारिश की संभावना जताई है।
मंडियों में पड़ा है लाखों क्विंटल गेहूं
जिले में गेहूं की कटाई का कार्य करीब एक सप्ताह पहले ही समाप्त हो चुका है और मंडियों में अब नई आवक लगभग थम चुकी है। रविवार शाम तक जिले की मंडियों में कुल 72 लाख 50 हजार 866 क्विंटल गेहूं पहुंच चुका था, जिसमें से 70 लाख 93 हजार 577 क्विंटल की खरीद हो चुकी थी। हालांकि अब तक केवल 52 लाख 39 हजार 764 क्विंटल गेहूं का ही उठान हो पाया है।
गेहूं भीगने पर आठ आढ़तियों को नोटिस
मंडी में गेहूं भीगने की स्थिति पर सख्त रुख अपनाते हुए मार्केट कमेटी के सचिव संजीव कुमार ने आठ आढ़तियों को नोटिस जारी किए हैं। उनसे जवाब तलब करते हुए लाइसेंस निलंबित करने की चेतावनी दी गई है। प्रशासन की ओर से पहले ही बारिश के पूर्वानुमान को देखते हुए तिरपाल से ढकाव सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन गेहूं खुले में ही पड़ा रहा।
आढ़ती बोले
आढ़तियों का कहना है कि उन्होंने तिरपाल ढके थे, लेकिन तेज आंधी की वजह से तिरपाल उड़ गए, जिससे गेहूं भीग गया।
कपास की बिजाई प्रभावित
बारिश का असर खेतों में भी देखा गया। पिछले सप्ताह के भीतर जिन किसानों ने कपास की बिजाई की थी, उन्हें अब दोबारा से बिजाई करनी पड़ सकती है क्योंकि बारिश के बाद ऊपरी मिट्टी सख्त हो गई है और बीज अंकुरित नहीं हो पाए हैं।
बिजली और जलभराव की समस्या
रात को बारिश के साथ आई तेज आंधी की वजह से कई गांवों में बिजली गुल रही, वहीं शहर में कई स्थानों पर जलभराव की स्थिति बन गई।