Haryana Water Crisis : हरियाणा में पानी के लिए जजपा ने नापे दोनों राजभवन, भाखड़ा-एसवाईएल और पेयजल संकट को लेकर की मुलाकात
चंडीगढ़, 20 मई (ट्रिब्यून न्यूज सर्विस)
Haryana Water Crisis : जननायक जनता पार्टी (जजपा) का एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को सुबह हरियाणा के राज्यपाल महामहिम बंडारू दत्तात्रेय से मिला और उन्हें हरियाणा के पेयजल संकट के बारे में अवगत करवाया। वहीं शाम को जेजेपी नेता पंजाब के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया से मिले और उन्हें हरियाणा में गहराए जल संकट के बारे में विस्तार से बताया। जेजेपी नेताओं ने दोनों प्रदेशों के महामहिमों को इस पेयजल संकट का तुरंत समाधान करने एवं भाखड़ा, एसवाईएल को लेकर ज्ञापन सौंपा।
राज्यपालों को ज्ञापन सौंपने के उपरांत राजभवन के बाहर पत्रकारों से बातचीत करते हुए जेजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ़ अजय सिंह चौटाला ने कहा कि हरियाणा में पेयजल संकट गहराया हुआ है और लोगों को पीने के पानी के लाले पड़े हैं। चौटाला ने कहा कि पंजाब सरकार ने पहले एसवाईएल और अब भाखड़ा का पानी न देकर हरियाणा की जनता के हितों से साथ धोखा किया है। वहीं हरियाणा की भाजपा सरकार एसवाईएल का पानी लाना तो दूर भाखड़ा का पानी भी नहीं ला पा रही है। उन्होंने कहा कि दोनों प्रदेश के राज्यपाल इस गंभीर मसले पर तुरंत संज्ञान लें और इन्हें हल करवाएं।
पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि दोनों राज्य के राज्यपाल जल से जुड़े गंभीर मसले को तुरंत संज्ञान में लें। उन्होंने कहा कि पंजाब से हरियाणा को भाखड़ा का पानी नहीं मिलना मुख्यमंत्री नायब सैनी की विफलता को दर्शाता है। चूंकि सर्वदलीय बैठक के बावजूद भी सीएम बाधित पानी सप्लाई को दुरुस्त नहीं करवा पाए। दुष्यंत ने कहा कि आज प्रदेश के सात जिलों के करीब 200 जलघर सूखे पड़े हैं। इसे सार्वजनिक तौर पर सीएम ने भी माना है।
उन्होंने कहा कि पंजाब से हरियाणा का पानी लेने में हरियाणा सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई। दुष्यंत ने कहा कि भाखड़ा ब्यास बोर्ड से संबंधित मंत्रालय के केंद्रीय उर्जा मंत्री मनोहर लाल को पैरामिलिट्री भेजकर कंट्रोल लेना था। इतना ही नहीं, अगर पंजाब अतिरिक्त पानी ले रहा है तो कोर्ट से तारीख पर तारीख क्यूं ली गई। चूंकि 21 मई से तो नया वाटर ईयर ही शुरू हो जाएगा। पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि टेल तक पानी पहुंचाने की बात करने वाली भाजपा सरकार के गैर-जिम्मेदार रवैये के कारण 2020 से भाखड़ा ब्यास बोर्ड में हरियाणा का सदस्य नियुक्त नहीं हो पाया है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार नियमों को समझे बिना टेक्निकल की जगह मैकेनिकल सदस्य भेज रही है, जल बंटवारे को लेकर नियुक्त होने वाले इंजीनियर की नियुक्ति में भी देरी हुई और उसके बाद पंजाब सरकार उसे ऑफिस ज्वाइन नहीं करने देती, इन सब का फायदा पंजाब ने उठाया है। राज्यपालों से मिलने वाले जेजेपी प्रतिनिधिमंडल में जेजेपी प्रदेश अध्यक्ष बृज शर्मा, जेजेपी प्रधान महासचिव दिग्विजय सिंह चौटाला, वरिष्ठ नेता डॉ़ केसी बांगड़, राजेंद्र लितानी, पूर्व विधायक अमरजीत ढांडा आदि शामिल थे।
इनेलो आज देगी राजभवन में दस्तक
वहीं इनेलो का प्रतिनिधिमंडल बुधवार को हरियाणा के राज्यपाल बण्डारू दत्तात्रेय से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपेगा। इनेलो प्रदेशाध्यक्ष रामपाल माजरा, डबवाली विधायक आदित्य देवीलाल व रानियां विधायक अर्जुन चौटाला के अलावा कई वरिष्ठ नेता प्रतिनिधिमंडल में शामिल रहेंगे। अभय चौटाला का कहना है कि हरियाणा सरकार की कोताही की वजह से प्रदेश के लोग पीने के पानी को भी वंचित हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को दखल देकर तुरंत हरियाणा को उसके हिस्से का पानी दिलवाना चाहिए। उनका कहना है कि केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट द्वारा एसवाईएल मुद्दे पर हरियाणा के पक्ष में दिए गए फैसले को भी लागू करवाए ताकि नहर का निर्माण हो सके।