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Haryana Water Crisis : भाखड़ा-नंगल डैम के पानी को लेकर राजभवन पहुंचा इनेलो, कहा- पंजाब ने नहीं दिया पूरा पानी तो पहली को लगाएं जाएंगे पक्के मोर्चे

25 को पंजाब-हरियाणा बार्डर के रास्ते करेंगे सांकेतिक बंद, कहा - हम भाखड़ा का 9 हजार क्यूसिक से एक बूंद भी कम पानी नहीं लेंगे

चंडीगढ़, 21 मई (ट्रिब्यून न्यूज सर्विस)

Haryana Water Crisis : इनेलो के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभय सिंह चौटाला का कहना है कि भाखड़ा-नंगल डैम से हरियाणा नौ हजार क्यूसिक से कम पानी किसी कीमत पर नहीं लेगा। हरियाणा को अपने हिस्से का पूरा पानी चाहिए। पंजाब द्वारा पानी आपूर्ति रोकने के विरोध में इनेलो द्वारा 25 को पंजाब-हरियाणा बार्डर के रास्ते बंद करके सांकेतिक बंद किया जाएगा। इसके बाद भी पूरा पानी नहीं मिला तो पहली जून को इनेलो पक्के मोर्च लगाएगी।

पानी के मुद्दे को लेकर अभय चौटाला के नेतृत्व में इनेलो का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल बण्डारू दत्तात्रेय से मिला। इसके बाद चंडीगढ़ के जाट भवन में इनेलो की राष्ट्रीय व प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक भी हुई। बैठक में तीन प्रस्ताव पास किए गए। बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में अभय ने कहा कि प्रदेश में सिंचाई के लिए ही नहीं बल्कि लोगों और मवेशियों के लिए पीने का भी पानी नहीं हैं। 25 मई को पंजाब हरियाणा बॉर्डर के रास्ते को बंद करके सांकेतिक बंद किया जाएगा। इसमें पंजाब नंबर के सभी वाहनों को रोका जाएगा।

अंबाला जॉन में पंजाब के दो बॉर्डर हैं, उनमें प्रदेश अध्यक्ष रामपाल माजरा के नेतृत्व में बंद करेंगे। सिरसा बॉर्डर पर डबवाली विधायक अदित्य देवीलाल के नेतृत्व और नरवाना बॉर्डर पर वे स्वयं पंजाब के रास्ते को गुरुग्राम जॉन और जींद जिला मिलकर बंद करेंगे। अभय चौटाला ने ने कहा कि पानी के मुद्दे पर भाजपा राजनीति कर रही है। हम भाखड़ा का 9 हजार क्यूसेक से एक क्यूसेक भी कम पानी नहीं लेंगे। पंजाब ने अगर फिर भी पानी नही दिया तो पहली जून से पंजाब बॉर्डर पर पक्के मोर्चे लगाएंगे।

उन्होंने कहा - हम कांग्रेस से भी आह्वान करते हैं कि पानी की इस लड़ाई में हमारे साथ शामिल हो। अगर कांग्रेस सही में पानी के मुद्दे पर गंभीर है तो इस लड़ाई में साथ आए। अभय चौटाला ने कहा कि पंजाब सीएम भगवंत मान रात को 8 बजे जीतकर सोते हैं। इनेलो सुप्रीमो ने कहा कि हरियाणा और पंजाब दोनों के मुख्यमंत्री डमी है। पंजाब सीएम को दिल्ली से केजरीवाल और हरियाणा के सीएम को दिल्ली से मनोहर लाल चलाते हैं।

इस दौरान उन्होंने प्रदेश के अंदर शिक्षा के गिरते स्तर पर चिंता व्यक्त की है। सरकार शिक्षा क्षेत्र में निजीकरण को बढ़ावा दे रही है। सरकारी स्कूलों में एडमिशन बढ़ाने की व्यवस्था करें। टीचर्स की भर्ती करें और एचकेआरएन से हटाए गए टीचर्स को पुन: नियुक्ति दे और पक्की भर्ती करें। इनेलो ने एक प्रस्ताव यह भी पारित किया है एसवाईएल की लड़ाई फिर से शुरू की जाएगी।

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