चंडीगढ़, 16 जनवरी (ट्रिन्यू)
हरियाणा सरकार ने प्रदेश में लगातार बढ़ रही ठंड के मद्देनजर रोडवेज की बसों में रैन बसेरा बनाने के निर्देश जारी कर दिए हैं। कई जिलों ने इस दिशा में कार्रवाई शुरू कर दी है। प्रदेश के सभी रोडवेज जिला महाप्रबंधकों को इस संबंध में निर्देश दिए गए हैं। अतिरिक्त जिला उपायुक्त जिला स्तर पर बनाए गए रैन बसेरों का नियमित रूप से निरीक्षण करेंगे।
हरियाणा में पिछले कई दिनों से कड़ाके की ठंड पड़ रही है। आने वाले दिनों में ठंड व पाले का प्रकोप जारी रहेगा। ऐसे में आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा प्रदेश के सभी शहरों व कस्बों में अस्थाई रैन बसेरा बनाए जाने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
जिसके चलते धर्मशालाओं, समुदायिक केंद्रों के अलावा रोडवेज की बसों को भी रैन बसेरा के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। हरियाणा के जिला डिपो में बहुत सी बसें ऐसी हैं जिनकी किलोमीटर सीमा पूरी हो चुकी है या तकनीकी कारणों के चलते उनका इस्तेमाल रूट पर नहीं किया जा रहा है। ऐसी बसों से सीटें निकालकर उनमें गद्दे व रजाइयां लगा दी गई हैं। शहरों में जिन स्थानों पर यह बसें खड़ी की गई हैं वहां अलाव का भी प्रबंध किया जा रहा है। यही नहीं आपदा प्रबंधन विभाग ने जिला उपायुक्तों के माध्यम से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि रात्रि के समय संबंधित अधिकारी सड़कों पर यह सुनिश्चित करें कि कोई भी व्यक्ति इस ठंड में खुले आसमान के नीचे न रात व्यतीत करे।
स्वास्थ्य विभाग की मदद को लगाई 150 बसें
हरियाणा में कोरोना केस लगातार बढऩे के कारण परिवहन विभाग ने विभिन्न जिलों में 150 बसों को एंबुलेंस में बदलकर स्वास्थ्य विभाग की मदद के लिए लगा दिया है। परिवहन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कोरोना की दूसरी लहर में भी बसों को एंबुलेस में कन्वर्ट करके स्वास्थ्य विभाग को सौंपा गया था। वर्तमान में कोरोना की तीसरी लहर के दौरान प्रदेश में तेजी से केस बढ़ रहे हैं। दूसरी तरफ इन दिनों स्कूल व कालेज बंद हैं। जिसके चलते परिवहन विभाग द्वारा महिलाओं अथवा छात्राओं के लिए चलाई जाने वाली गुलाबी बसों में बदलाव करके उन्हें एंबुलेंस के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। आने वाले दिनों में रोडवेज द्वारा स्वास्थ्य विभाग के सहयोग को एंबुलेंस की संख्या बढ़ाई जा सकती है।