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Haryana News : होम-स्टे में ट्रेंड बनेंगे युवा, घरों में ठहरा सकेंगे मेहमान, हरियाणा में युवा अधिकारिता एवं उद्यमिता विभाग की नई पहल

औद्योगिक प्रशिक्षण एवं कौशल विकास विभाग द्वारा दी जाएगी ट्रेनिंग
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दिनेश भारद्वाज

ट्रिब्यून न्यूज सर्विस

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चंडीगढ़, 3 जून।

हरियाणा के उन युवाओं के लिए अच्छी खबर है, जो स्वरोजगार के इच्छुक हैं। ऐसे युवा अब घर बैठकर ही अच्छी कमाई कर सकेंगे। उन्हें कुछ खास भी नहीं करना होगा। अपने ही घर में थोड़ा सा बदलाव करके वे देसी-विदेशी मेहमानों को आमंत्रित कर सकेंगे। खासतौर पर हरियाली वाले एरिया व दूर-दराज के गांवों में नदी व नहरों के किनारे बसे लोगों के लिए यह योजना वरदान साबित होने वाली है। प्रदेश की नायब सरकार ने ‘होम-स्टे’ योजना के लिए प्रदेश के युवाओं को फ्री ट्रेनिंग देने की योजना बनाई है।

यह अपनी तरह की पहली योजना है, जिसमें सरकार द्वारा ही युवाओं को ट्रेंड किया जाएगा और फिर उन्हें घरों को ही होम-स्टे के लिए ‘गेस्ट हाउस’ बनाने की परमिशन मिलेगी। युवा अधिकारिता एवं उद्यमिता विभाग द्वारा यह योजना चलाई जाएगी। वहीं औद्योगिक प्रशिक्षण एवं कौशल विकास द्वारा इसके लिए युवाओं को ट्रेंड किया जाएगा।

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की मंजूरी के बाद दोनों विभाग मिलकर इस योजना को आगे बढ़ा रहे हैं। 15 से 29 वर्ष आयु वर्ग के युवाओं को ट्रेनिंग के लिए आवेदन करना होगा। आवेदन करने की अंतिम तिथि को भी अब बढ़ाकर 6 जून तक के लिए किया है। अहम बात यह है कि होम-स्टे की यह योजना पहले केवल चार जिलों- पंचकूला, कुरुक्षेत्र, गुरुग्राम और फरीदाबाद के युवाओं के लिए लागू की गई थी। अब सरकार ने इसे सभी जिलों में लागू कर दिया है।

किराये पर दे सकेंगे कमरे

प्रदेश के गांवों में बड़ी संख्या में लोगों के पास बड़े मकान हैं। कई गांवों में आज भी हवेलियां हैं। इतना ही नहीं, लोगों ने खेतों में भी बड़े-बड़े आलीशन मकान बनाए हुए हैं। कस्बों एवं शहरों में भी फार्म हाउस रूपी मकान बनाने का प्रचलन बढ़ा है। इतना ही नहीं, बहुत से ऐसे लोग भी हैं, जिनके घर पहाड़ों पर, पहाड़ों की तलहटी में या फिर नहरों-नदियों के आसपास हैं। इस तरह की जगहों पर पर्यटक आकर्षित होते हैं। वहीं शहरों में नौकरीपेशा वाले लोग भी गेस्ट हाउस की तलाश में रहते हैं। होम-स्टे में जहां उन्हें रहने की जगह मिलेगा वहीं घर का खाना भी मिल सकेगा। ट्रेनिंग के बाद युवा अपने घर में कमरों को किराये पर दे सकेंगे।

ऐसे करना होगा आवेदन

होम-स्टे पॉलिसी के तहत ट्रेनिंग के लिए 15 से 29 वर्ष आयु वर्ग के लिए अपने जिले की नोडल आईटीआई में आवेदन कर सकेंगे। ट्रेनिंग पूरी तरह से निशुल्क रहेगी। आईटीआई विभाग की वेबसाइट पर इससे जुड़ी नियम एवं शर्तें भी स्पष्ट की गई हैं। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने युवाओं को स्वरोजगार की सोच के साथ इस योजना की घोषणा की थी।

युवा अधिकारिता एवं उद्यमिता मंत्री गौरव गौतम ने कहा कि यह योजना मुख्यमंत्री के विजन ‘आत्मनिर्भर युवा-आत्मनिर्भर हरियाणा’ को साकार करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। युवाओं को अधिक से अधिक इस योजना का लाभ उठाना चाहिए। होम स्टे के लिए सरकार ट्रेनिंग का पूरा प्रबंध करेगी। योजना का उद्देश्य युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करना और उन्हें अपने घरों के कमरों को गेस्ट हाउस के रूप में किराए पर देकर अतिरिक्त आमदनी अर्जित करने में सक्षम बनाना है।

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